नई दिल्ली। सोमवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बिहार में एनडीए की हार का आर्थिक रफ्तार पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि “मैं बिहार की हार को अर्थव्यवस्था के लिए झटका नहीं मानता” और संरचनात्मक सुधार जारी रहेगा। बिहार में होर को लेकर जेटली ने कहा कि चुनाव के दौरान कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गैर जिम्मेदाराना बयान की वजह से समीकरण बदल गए। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले महागठबंधन को भारी जीत मिली है, जिसमें राजद, जदयू और कांग्रेस शामिल हैं। इसके बाद आर्थिक रिफॉर्म अटकने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
चुनाव आयोग ने सभी 243 सीटों के नतीजे जारी कर दिए हैं। इसके मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल को 80, जनता दल यूनाइटेड को 71, कांग्रेस को 27, भाजपा को 53 सीटें मिली हैं। महागठबंधन की बात करें तो कुल 178 सीटें मिली है, जबकि एनडीए सिर्फ 58 सीटें ही जीत पाई है।
जारी रहेगा आर्थिक रिफॉर्म
रिफॉर्म के बार में जेटली ने कहा सरकार फैसले लेती रहेगी और इसकी झलक फरवरी में बजट में दिखाई देगा। वहीं, सालों से अटके गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) बिल को बिहार सरकार सपोर्ट करेगी, ऐसा जेटली को भरोसा है। मुझे नहीं लगता कि बिहार चुनाव हारने से आर्थिक रफ्तार पर कोई असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगर बिहार आगे बढ़ता है, तो अच्छी बात है, हम उनका सपोर्ट करेंगे।
हर चुनाव नहीं होता जनमत संग्रह
अरुण जेटली जेटली ने एक टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि क्या बिहार चुनाव केंद्र सरकार की नीतियों पर एक जनमत संग्रह था। उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह शब्द का प्रयोग कोई भी करने लगता है, हर चुनाव जनमत संग्रह नहीं होता है। इसके अलावा जेटली ने कहा बिहार में बीजेपी का वोट शेयर नहीं घटा है। विभिन्न विपक्षी ताकत एक साथ आकार महागठबंधन बनाया, जिसके कारण जीत पाएं हैं।