नई दिल्ली। वर्ष 2020-21 के बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा खेती को बढ़ावा देने और किसानों के कल्याण के लिए 16-सूत्रीय कार्य योजना की घोषणा का एनसीडीईएक्स ने स्वागत करते हुए इसे बेहतर कदम बताया है। एनसीडीईएक्स के सीईओ और प्रबंध निदेशक विजय कुमार ने कहा कि वित्त मंत्री की यह घोषणा किसानों की आय को दोगुना करने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप है।
विजय कुमार ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा ग्राम भंडारण योजना, फार्म स्तरीय मालगोदाम, एक निर्णायक भूमिका अदा करेगा तथा फसल कटाई के पश्चात कुशल प्रबंधन में किसानों की सहायता करेगा। उन्होंने कहा कि ब्लॉक/तालुका स्तर पर ऐसे कुशल मालगोदामों की स्थापना के लिए सरकार, व्यवहार्यता अंतर निधि (बायबिलिटी गैप फंडिंग) उपलब्ध कराएगी।
एक्सचेंज ने इलेक्ट्रॉनिक मालगोदाम रसीदों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) के साथ एकीकृत करने के कदम को भी अच्छा बताया है। ई-एनडब्ल्यूआर पर निधिकरण ने 60,00 करोड़ रुपए का स्तर पार कर लिया है, इसलिए सरकार ने यह नई व्यवस्था की है।
कुमार ने कहा कि बजट में कृषि, सिंचाई एवं ग्रामीण विकास के लिए 2.83 लाख करोड़ रुपए की राशि आवंटित करने से कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहन देने में बल मिलेगा।
विजय कुमार ने कहा कि बजट में कृषि ऋण लक्ष्य के साथ नाबार्ड की पुर्नवित्त योजना को 15 लाख करोड़ रुपए तक विस्तारित किए जाने से ऋणधारकों की निधि तक पहुंच बढ़ेगी और इससे कृषि क्षेत्र में वृद्धि लाने में मदद मिलेगी।