नई दिल्ली। कृषि जिंस डेरिवेटिव (वायदा एवं विकल्प) अनुबंधों के कारोबार में जनवरी माह में नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स), औसत दैनिक कारोबार तथा मासिक आधार पर सौदों के मूल्य, सौदों के अनुबंधों की संख्या के लिहाज से कुल 72 से 87 प्रतिशत हिस्से के साथ देश का अग्रणी बाजार बना रहा।
एनसीडीईएक्स की शुक्रवार को जारी एक कारोबारी रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी 2020 के अंत में कृषि डेरिवेटिव संविदाओं में कुल संख्या, मूल्य के हिसाब से खुले सौदों तथा दैनिक औसत व्यापार के आकार (एडीटीवी) में उसकी बाजार हिस्सेदारी क्रमशः 87 प्रतिशत, 81 प्रतिशत तथा 72 प्रतिशत रही।
रिपोर्ट के मुताबिक एनसीडीएक्स में दैनिक औसत व्यापार 1,639 करोड़ रुपए का रहा। एक्सचेंज के अनुसार उसके यहां जनवरी माह में कुल 37,699 करोड़ रुपए मूल्य के अनुबंधों के सौदे हुए, जो इस दौरान सभी बाजारों के सौदों के मूल्य का 72 प्रतिशत रहा। इसी तरह कृषि जिंसों के वायदा बाजार में एनसीडीईएक्स में औसत खुली स्थिति 4,203 करोड रुपए रही, जो कुल खुली स्थिति के औसतन 81 प्रतिशत के बराबर रही।
एनसीडीईएक्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष कपिल देव ने बयान में कहा कि उनके यहां सोया तेल सबसे ज्यादा बेची खरीदी जाने वाली जिंस के रूप में उभरा है। इसमें वार्षिक आधार पर 127.20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और इसमें जनवरी में 11,048 करोड़ रुपए मूल्य के कुल सौदे हुए। जनवरी 2020 में एक्सचेंज द्वारा 42,453 टन जिंस की डिलिवरी कराई गई।