चेन्नई। आईटी उद्योग के संगठन नैसकॉम ने कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को लेकर उद्योग जगत को घबराने के बजाय इंतजार करो और देखो की नीति अपनानी चाहिए। इसके साथ ही नैसकॉम ने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के दीर्घकालिक प्रभावों के प्रति आगाह किया है। गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप है। आउटसोसिग उद्योग और मौजूदा आव्रजन नीतियों को लेकर ट्रंप के रूख को लेकर भारत में चिंता है।
नैसकॉम के अध्यक्ष आर चंद्रशेखर से जब यहां पूछा गया कि घरेलू आईटी उद्योग का ट्रंप को लेकर क्या रख है तो उन्होंने कहा, आईटी उद्योग की उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को लेकर कोई राय नहीं है। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप एक अलग मामला है। उन्होंने कहा, प्रत्याशी और पदस्थ के बीच भारी अंतर है। जब कोई राष्ट्रपति पदस्थ हो जाता है तो वास्तविक दुनिया, प्रशासन परिदृश्य में आता है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं बल्कि इंतजार करना चाहिए। वहीं ब्रेक्जिट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि घरेलू आईटी कंपनियों के दूसरी व तीसरी तिमाही के परिणामों पर दिख सकता है।
नैसकॉम ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए वृद्धि अनुमान बरकरार रखा
कुछ प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम अपेक्षा से कम रहने के बावजूद नैसकाम ने कहा कि समूचे वित्त वर्ष के लिए 10-12 फीसदी वृद्धि अनुमान में किसी तरह की कटौती की कोई वजह नहीं है। नैसकॉम के अध्यक्ष आर चंद्रशेखर ने कहा कि उद्योग के लिहाज से वृद्धि समरूप वितरित रहेगी और आईटी सेवाओं के लिए मांग में कोई कमी नहीं है।