मुंबई। जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल एयरलाइन में हिस्सेदारी खरीदने के लिए गुरुवार को शुरुआती बोली जमा कर सकते हैं। एसबीआई कैप ने आठ अप्रैल को जेट एयरवेज में हिस्सेदारी बिक्री के लिए रुचि पत्र आमंत्रित किया है। उसने अंतिम बोली जमा करने की तिथि 10 अप्रैल से बढ़ाकर 12 अप्रैल कर दी है।
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने पंजाब नेशनल बैंक से लोन लेने के लिए कंपनी में अपनी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी को गिरवी रखा है। जेट एयरवेज ने गुरुवार को शेयर बाजारों को दी गई नियामकीय जानकारी में कहा है कि गोयल ने अपने 2.95 करोड़ शेयर या 26.01 प्रतिशत हिस्सेदारी को पंजाब नेशनल बैंक के पास गिरवी रखा है।
सूत्रों ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक से लिए गए लोन का इस्तेमाल जेट एयरवेज में नीलाम होने वाली हिस्सेदारी को खरीदने में किया जा सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई वाले बैंकों के समूह की तरफ से एसबीआई कैप को कर्ज में डूबी एयरलाइन में हिस्सेदारी बिक्री की जिम्मेदारी मिली है। बिक्री के लिए 31 प्रतिशत से 75 प्रतिशत तक हिस्सेदारी रखी गई है।
गोयल से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि नरेश गोयल जेट एयरवेज के लिए गुरुवार को शुरुआती बोली जमा कर सकते हैं। बोली के नियम गोयल को बिक्री प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति देते हैं। एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार ने पिछले महीने कहा था कि बोली में नरेश गोयल या एतिहाद समेत वित्तीय निवेशक, एयरलाइंस भाग ले सकते हैं। नियम के अनुसार बोली में भाग लेने को लेकर किसी पर भी पाबंदी नहीं है।
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल पिछले महीने समस्या में फंसी एयरलाइन के निदेशक मंडल से हट गए थे। बैंक समूह के समाधान योजना के तहत जेट एयरवेज में गोयल की बहुलांश हिस्सेदारी घटकर नीचे आ गई है। जेट एयरवेज पर फिलहाल एसबीआई के अगुवाई वाले कर्जदाताओं के 8,000 करोड़ रुपए बकाया है।