नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जनू को राजधानी में शुरू होने वाले पहले राजस्व ग्यान-संगम में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ इन क्षेत्रों से संबंधित महत्वपूर्ण नीतिगत विषयों और नए सुझावों पर संवाद करेंगे। यह सम्मेलन दो दिन चलेगा। सूत्रों ने कहा कि इन महत्वपूर्ण बैठक को लेकर सीबीडीटी (केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड) तथा सीबीईसी (केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड) अपने अधिकारियों से कराधान के विधायी एवं प्रशासनिक मसौदे से जुड़े दूरगामी प्रभाव वाली महत्वपूर्ण नीति तथा नवोन्मेषी विचारों पर सुझाव तैयार करने को कहा है। ये सुझाव विग्यान भवन में इस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री के समक्ष रखे जाएंगे।
वित्त मंत्रालय ने आज एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री सीबीडीटी तथा सीबीईसी के वरिष्ठ कर अधिकारियों के गुरूवार से शुरू दो दिवसीय सालाना सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
सीबीडीटी आयकर और कंपनी कर जैसे प्रत्यक्ष करों के प्रशासन और नीति-अनुपालन का काम देखता है जबकि सीबीईसी उत्पाद, सीमा-शुल्क और सेवा कर जैसे अप्रत्यक्ष करों के मामले के लिए है।
बयान के अनुसार, वह (मोदी) वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी से आये बदलाव के मद्देनजर करदाता अनुकूल सेवा में उच्च मानकों को प्राप्त करने के लिये राजस्व अधिकारियों को प्रोत्साहित कर सकते हैं। साथ ही इस परिदृश्य में इन विभागों के समक्ष कुछ चुनौतियों का समाधान करेंगे।
सालाना सम्मेलन को पहली बार राजस्व ग्यान-संगम नाम दिया गया है। यह पहला मौका है जब दोनों राजस्व बोर्ड सम्मेलन एक साथ कर रहे हैं। अबतक वे अलग-अलग सम्मेलन करते रहे हैं और इन सम्मेलनों में मुख्य अतिथि वित्त मंत्री हुआ करते थे। इस बीच, एक ट्वीट में राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि राजस्व ग्यान-संगम के विचार विमर्श तथा सिफारिशों को वित्त मंत्री कार्यालय तथा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा जाएगा। सम्मेलन में सीबीडीटी के प्रधान मुख्य आयुक्त, मुख्य आयुक्त, प्रधान आयुक्त स्तर के 251 अधिकारियों तथा सीबीईसी के 170 अधिकारियों के इसमें शरीक होने की संभावना है। सम्मेलन में करदाताओं से जुड़ी सेवाओं तथा राजकोषीय कानून के प्रभावी क्रियान्वयन तथा कालधान पर अंकुश लगाने समेत सरकारी नीतियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा 17 जून को समापन भाषण करेंगे। वित्त मंत्रालय सूत्र ने कहा, प्रधानमंत्री कार्यालय ने निर्देश दिया है कि प्रधानमंत्री अधिकारियों के साथ संवाद करेंगे न कि यह केवल उद्घाटन और भाषण तक सीमित रहेगा। इस मौके पर करदाताओं की धारणा पर आधारित सर्वे जारी किया जाएगा।
अन्य बातों के अलावा लेखक चेतन भगत टैक्सिंग विद लव पर बोलेंगे। करदाता सेवा में सुधार के लिये पहल पर एक परिचर्चा आयोजित की जाएगी। साथ ही सोशल मीडिया तथा ब्रांड निर्माण पर भारतीय गुणवत्ता परिषद पर आदिल जैनुलभाई के साथ परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा।