नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (SEBI) द्वारा निवेशकों के अनुकूल उठाए गए कदमों से मार्च अंत तक म्यूचुअल फंड कंपनियों की परिसंपत्तियों (AUM) में छोटे शहरों का निवेश 41 प्रतिशत बढ़कर 3.09 लाख करोड़ रुपए हो गया। ये प्रमुख 15 शहरों के बाद के यानी B-15 शहर हैं। एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, B-15 शहरों से मार्च 2016 के अंत तक म्यूचुअल फंड कंपनियों के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (AUM) 2.18 लाख करोड़ रुपए थीं, जो मार्च 2017 के अंत तक बढ़कर 3.09 लाख करोड़ रुपए हो गईं।
यह भी पढ़ें : Big 10 Sale: Flipkart पर आज से शुरू हुई महासेल, iPhone 7 पर मिलेगा अब तक का सबसे बड़ा डिस्काउंट
मॉर्निंगस्टार के फंड रिसर्च डायरेक्टर कौस्तुभ बेलापुरकर ने कहा कि,
SEBI द्वारा छोटे शहरों में म्यूचुअल फंड़ों की पहुंच बढ़ाने के प्रयासों के नतीजे दिखने लगे हैं। SEBI ने B-15 यानि शीर्ष 15 शहरों के बाद के शहरों में फंड डिस्ट्रिब्यूशन को प्रोत्साहन देने के लिए 0.3 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लेने की अनुमति दी है।
यह भी पढ़ें : NPPA ने 19 चिकित्सा उपकरणों की मूल्य निगरानी के लिए तैयार किया फॉर्मेट, कीमतों के उतार-चढ़ाव की करेगा निगरानी
उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशकों के जागरूकता कार्यक्रम के अलावा लोगों को म्यूचुअल फंड के बारे में जागरूक करने में भी मदद मिली है। छोटे शहरों के पहली बार के निवेशक भी म्यूचुअल फंडों में निवेश करने लगे हैं। फिलहाल म्यूचुअल फंड उद्योग की परिसंपत्तियों में छोटे शहरों का हिस्सा 17 फीसदी है। B-15 शहर शीर्ष 15 शहरों के बाद आते हैं। शीर्ष 15 शहरों में नई दिल्ली-एनसीआर, मुंबई (ठाणे और नवी मुंबई), कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, बड़ौदा, चंडीगढ़, हैदराबाद, जयपुर, लखनउ, पंजिम, पुणे और सूरत आते हैं।