नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में 40 लाख से अधिक निवेशक खाते जोड़े। इसके साथ ऐसे खातों की संख्या 5.94 करोड़ के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गयी है। इसका कारण खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी है। वहीं पूरे वित्त वर्ष 2016-17 में कुल 77 लाख फोलियो जबकि 2015-16 में 59 लाख फोलियो जोड़े गये थे। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) के आंकड़े के अनुसार 42 सक्रिय फंड हाउस में फोलियो की संख्या जुलाई के अंत में रिकार्ड 5,94,20,864 पर पहुंच गई जो मार्च के अंत में 5,53,99,631 थी। इस प्रकार, अप्रैल-जुलाई के दौरान 40.21 लाख फोलियो जोड़े गए।
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फोलियो एक संख्या है जो निवेशकों के खाते को दिए जाते हैं। हालांकि एक निवेशक के कई खाते हो सकते हैं। फंड्स इंडिया डॉट काम की म्यूचुअल फंड शोध प्रमुख विद्या बाला ने कहा कि निवेशकों की खातों में वृद्धि का कारण खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी है। उल्लेखनीय है कि म्यूचुअल फंड में छोटे शहरों से खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है।
इसके अलावा सेबी ने म्यूचुअल फंड कंपनियों को छोटे शहरों में विस्तार के लिये अतिरिक्त प्रोत्साहन दिए जाने के साथ निवेशक जागरूकता कार्यक्रम जैसे उपायों से म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ रहा है।
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