नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने अक्टूबर, 2020 में 4 लाख से अधिक नए निवेशक एकाउंट्स खोले हैं। इसके साथ ही अब कुल फोलियो की संख्या बढ़कर 9.37 करोड़ हो गई है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फोलियों की संख्या में कम वृद्धि का मतलब है कि निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित हैं और निवेशक म्यूचुअल फंड के साथ जुड़े शेयर बाजार के जोखिम को भी अच्छी तरह समझते हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, 45 फंड हाउस ने अक्टूबर माह में कुल 4.11 लाख नए खाते खोले हैं और इस तरह कुल फोलियो की संख्या बढ़कर 9,37,18,991 हो गई है, जो इससे पहले सितंबर में 9,33,07,480 थी।
सितंबर में म्चूचुअल फंड्स ने 7.37 लाख निवेशक खाते जोड़े थे। अगस्त में यह संख्या 4.25 लाख, जुलाई में 5.6 लाख, जून में 5 लाख, मई में 6.13 लाख और अप्रैल में 6.82 लाख खाते खोले थे। पिछले महीने खोले गए कुल नए खातों में से, 2 लाख से अधिक खाते डेट फंड्स में खुले हैं। एक निवेशक कई फोलियो एकाउंट्स खोल सकता है।
इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम के तहत कुल फोलियो की संख्या अक्टूबर में 30,000 बढ़कर कुल 6.39 करोड़ हो गई। डेट स्कीम फोलियो की संख्या 2.23 लाख बढ़कर 75.25 लाख हो गई।
निवेशकों ने अक्टूबर माह में विभिन्न म्यूचुअल फंड्स स्कीमों में कुल 98,576 करोड़ रुपए का निवेश किया। सबसे ज्यादा निवेश डेट-ओरिएंटेड स्कीमों में हुआ। डेट-ओरिएंटेड स्कीमों में अक्टूबर के दौरान 1.1 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ। इससे पहले लगातार दो माह में इसमें भारी निकासी हो रही थी। दूसरी ओर अक्टूबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लगाचार चौथे माह 2,725 करोड़ रुपए की निकासी हुई। इसका मुख्य कारण निवेशकों द्वारा मुनाफा-वसूली करना रहा।