नई दिल्ली: मुथूट फाइनेंस का कारोबार देश भर में फैलाने तथा सबसे बड़ी स्वर्ण ऋण प्रदाता गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बनाने का श्रेय रखने वाले एमजी जॉर्ज मुथूट की शुक्रवार की शाम घर की चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो गयी। उन्होंने कंपनी के चेयरमैन के रूप में मुथूट फाइनेंस को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्होंने कंपनी के कारोबार का देश भर में और यहां तक कि विशेष रूप से मध्य पूर्व तक विस्तार किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को 9.21 बजे पुलिस को घर की चौथी मंजिल से गिरने के बाद एक अस्पताल में एम जी जॉर्ज मुथूट को भर्ती कराये जाने के बारे में सूचना मिली, जहां बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पूर्वी दिल्ली) आरपी मीणा ने कहा, ‘‘मामले की जांच की गयी और बयान दर्ज किये गये। सीसीटीवी कैमरे भी चेक किये गये। उन्हें फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। शनिवार को एम्स में उनका पोस्टमार्टम किया गया। किसी भी तरह की साजिश का संदेह नहीं है। पूछताछ की जा रही है।’’
मुथूट (71) की कंपनी का मुख्यालय भले ही कोच्चि में है, लेकिन वह लंबे समय से राष्ट्रीय राजधानी में ही रह रहे थे। कंपनी ने मौत के कारण का जिक्र किये बिना शनिवार को शेयर बाजारों को बताया, ‘‘एम जी जॉर्ज मुथूट का अचानक व अप्रत्याशित निधन कंपनी, कर्मचारियों, सभी हितधारकों, परिवार और दोस्तों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। कंपनी के सभी निदेशकों और कर्मचारियों ने उनके परिवार के प्रति गहरी सहानुभूति, दुःख और संवेदना व्यक्त की है।’’