मुंबई। नाइट फ्रैंक वेल्थ रिपोर्ट में मुंबई को दुनिया का 16वां सबसे महंगा रिहायशी बाजार बताया गया है। इसका मतलब है कि मुंबई में 100 वर्ग मीटर का रिहायशी प्लॉट खरीदने के लिए आपको 7 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। नाइट फ्रैंक ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई दुनिया में 16वां सबसे महंगा प्राइम रेजिडेंशियल मार्केट है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई अकेला ऐसा भारतीय शहर है, जो दुनिया के सबसे महंगे प्राइम रेजिडेंशियल मार्केट की टॉप 20 लिस्ट में शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में 10 लाख डॉलर में लगभग 100 वर्ग मीटर का प्लॉट खरीदा जा सकता है। यदि से रुपए में देखें तो मुंबई में 100 वर्ग मीटर का रिहायशी प्लॉट खरीदने की कीमत 7 करोड़ रुपए होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक 10 लाख डॉलर में दिल्ली में 201 वर्ग मीटर का रिहायशी प्लॉट खरीदा जा सकता है। वहीं इस राशि में बेंगलुरू में 334 वर्ग मीटर का प्लॉट खरीदा जा सकता है। दुनियाभर में प्राइम रेजिडेंशियल संपत्ति की कीमतों में वृद्धि की बात करें तो मुंबई इस मामले में 67वें स्थान पर है। 2018 में यहां कीमतों में 0.3 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई है।
नाइट फ्रैंक के प्राइम इंटरनेशनल रेजिडेंशियल इंडेक्स के मुताबिक इस मामले में दिल्ली 55वें और बेंगलुरू 56वें स्थान पर हैं। यहां 2018 में क्रमश: 1.4 प्रतिशत और 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन शिशिर बैजल ने कहा कि भारता का सबसे महंगा रियल एस्टेट मार्केट होने के बावजूद मुंबई अन्य बाजारों की तुलना में बेहतर है। मुंबई में 10 लाख डॉलर में मोनाको की तुलना में 10 गुना ज्यादा जगह और लंदन एवं न्यूयॉर्क की तुलना में 3 गुना ज्यादा जगह खरीदी जा सकती है।
ग्लोबल लिस्ट में फिलिपींस की राजधानी मनीला टॉप पर है। इसके बाद स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग दूसरे स्थान पर है। जर्मन के शहर बर्लिन और म्यूनिख क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर है। अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयरस इस मामले में पांचवें नंबर पर है।