नई दिल्ली। करीब दो महीने के बाद सोमवार को भारतीय आकाश में कमर्शियल उड़ानों का परिचालन दोबारा शुरू हुआ। हालांकि परिचालन शुरू होने के पहले दिन कई तय उड़ानें रद्द हो गयीं। विमानन सेवा की शुरुआत के पहले दिन छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 14 स्थानों के लिये 47 उड़ानों का परिचालन किया। वहीं, गोवा के लिये तय 13 उड़ानों में महज तीन उड़ानें ही गंतव्य पहुंच पायीं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड ने एक बयान में बताया कि सात विमानन कंपनियों ने 14 स्थानों के लिये 47 उड़ानों का परिचालन किया।
इन उड़ानों से अनुमानित तौर पर 4,852 लोगों ने यात्रा की। इनमें 3,752 यात्री जाने वाले और 1,100 यात्री आने वाले शामिल रहे। बयान में कहा गया कि सर्वाधिक यात्री दिल्ली-मुंबई मार्ग के रहे। उसने कहा कि सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करने का परामर्श दिया गया। मुंबई आने वाले सभी यात्रियों के बायें हाथ पर निशान बनाया गया। इन्हें वृहन्न मुंबई नगर निगम की व्यवस्था के तहत सात दिन अलग-थलग रहना होगा।
वहीं गोवा की स्वास्थ्य सचिव नीला मोहनन ने बताया कि कुल 13 उड़ानें गोवा पहुंचने वाली थीं, लेकिन इनमें से 10 रद्द हो गयीं। उन्होंने कहा कि इन 10 उड़ानों के रद्द होने का कारण अभी ज्ञात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘पहली उड़ान बेंगलुरू से आयी जबकि शेष दो उड़ानें दिल्ली से आयीं। उन्होंने कहा कि अभी पर्यटकों को गोवा नहीं आने की हिदायत दी गयी है। इस बीच गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया, ‘‘गोवा आने वाली उड़ानों की संख्या को न्यूनतम रखने का मेरा अनुरोध स्वीकार करने के लिये हरदीप सिंह पुरी जी का धन्यवाद। चूंकि कड़े प्रावधान किये गये हैं, अत: मुझे लगता है कि सभी गैर-जरूरी यात्राएं हतोत्साहित होंगी और कोविड-19 के खिलाफ गोवा का अभियान मजबूत होगा।