नई दिल्ली। असम के प्रसिद्ध कामख्या मंदिर को इस दिवाली पर 19 किलो सोने के रूप में बड़ा उपहार मिलेगा। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने भारत में हिंदुओं के महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक कामख्या देवी मंदिर को 19 किलो सोने से बने तीन कलश दान में देने की घोषणा की है। इन तीनों कलश को मंदिर के गुंबद पर स्थापित किया जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन में बंद हुआ मंदिर 12 अक्टूबर से दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है।
मंदिर को आरआईएल की ओर से दिए जाने वाले दिवाली उपहार पर मुंबई में स्थानीय कलाकारों द्वारा काम किया जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि आरआईएल चेयरमैन अनिल अंबानी इस प्रोजेक्ट पर बहुत रुचि ले रहे हैं और करीब से नजर रख रहे हैं। गुंबद के ऊपर तीन बड़े कलश को स्थापित करने के लिए भी वहां सोने की परत चढ़ाने का काम जारी है। आरआईएल की ज्वेलरी इकाई को इस पूरे काम को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गुंबद पर गोल्ड की परत चढ़ाने का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा और शेष काम अगले दो हफ्तों में पूरा होने की संभावना है। मेन स्ट्रक्चर के लिए एक कॉपर फ्रेम डिजाइन बनाया गया है और सोने की परत चढ़ाने का काम अभी चल रहा है।
कामख्या मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के प्रमुख मोहित चंद्र शर्मा ने बताया कि महामारी के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से मंदिर को कई महीनों बाद दोबारा खोला गया है। ऐसे में जब श्रद्धालू यहां प्रार्थना करने आएंगे तो उन्हें यहां कुछ नया देखने को मिलेगा। हमें उम्मीद है कि मंदिर के पुर्नविकास के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी।
कामरूप कामख्या मंदिर में मां कामख्या देवी की मूर्ति है और यह असम की राजधानी गुवाहाटी में स्थित है। कोविड-19 महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान यह मंदिर पूरी तरह से बंद था। राज्य के निलांचल पहाडि़यों की तलहटी में स्थित कामख्या मंदिर देश में स्थापित चार महाशक्ति पीठ में से एक है।