नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries) ने इजरायल के विशेषज्ञों की एक टीम को भारत आने की अनुमति दिए जाने की मांग की है। विशेषज्ञों की यह टीम कोविड-19 की त्वरित पहचान के उपकरण भारत में स्थापित करेगी। रिलायंस ने इस प्रणाली को इजरायल के एक स्टार्ट-अप से डेढ़ करोड़ डॉलर में हासिल किया है।
कंपनी सूत्रों ने बताया कि ब्रेथ ऑफ हेल्थ (बीओएच) के एक प्रतिनिधिमंडल को रिलायंस के आग्रह पर पहले ही आपात मंजूरी दी जा चुकी है। इजरायल के चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनी के विशेषज्ञों की टीम भारत में रिलायंस की टीम को अपनी नवोन्मेषी प्रणाली के बारे में प्रशिक्षण देगी। यह प्रणाली कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों और मरीजों के बारे में शुरुआती स्तर पर ही पहचान कर देगी। प्रणाली कुछ ही सेकंड में परिणाम बता देती है। बहरहाल, इजरायल ने अपने नागरिकों को दुनिया के सात देशों में जाने से मना किया हुआ है। भारत भी इन सात देशों में शामिल है, जहां कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
रिलायंस समूह ने जनवरी में बीओएच के साथ उसकी सांस के जरिये कोविड-19 का परीक्षण करने की प्रणाली को लेकर डेढ़ करोड़ डॉलर का समझौता किया है। समझौते के मुताबिक इस प्रणाली के जरिये रिलायंस इंडस्ट्रीज बड़े पैमाने पर कोविड-19 की जांच कर सकेगी। कंपनी डेढ़ करोड़ डॉलर में ऐसी कई प्रणाली इजरायल से खरीदेगी, जिससे एक करोड़ डॉलर मासिक की लागत पर लाखों परीक्षण किए जा सकेंगे। बीओएच ने सांसों के जरिये परीक्षण की यह प्रणाली विकसित की है, जिसकी सफलता दर 95 प्रतिशत तक बताई जाती है।
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