नई दिल्ली। अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने शुक्रवार को दो निवेशकों सिंगापुर के सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी और ग्लोबल अल्टर्नेटिव असेट फर्म टीपीजी से 7,350 करोड़ रुपए जुटाने की घोषणा की है। ग्रुप की रिटेल इकाई में इन दोनों को हिस्सेदारी दी जाएगी। दो अलग-अलग सौदों में रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने रिटेल इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में 1.63 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। जीआईसी आरआरवीएल में 1.22 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,512.5 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। वहीं दूसरी ओर टीपीजी आरआरवीएल में 0.41 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 1837.5 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
यह निवेश रिलायंस रिटेल के 4.285 लाख करोड़ रुपए के प्री-मनी इक्विटी वैल्यू के आधार पर किया गया है। तीन दिन में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आरआरवीएल में हिस्सेदारी बेचने के लिए पांच सौदे किए हैं। इससे पहले, गुरुवार को आरआईएल ने अबूधाबी के सॉवरेन वेल्थ फंड मुबाडाला इनवेस्टमेंट कंपनी द्वारा 1.4 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 6,247.5 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की थी।
बुधवार को ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल एटलांटिक ने रिलायंस रिटेल में 0.84 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 3,675 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की थी। अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी सिल्वर लेक ने रिलायंस रिटेल में 2.13 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए दो चरणों में कुल 9,375 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की है। केकेआर पहले ही 1.28 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 5,550 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा कर चुकी है।
नए सौदों पर बोलते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि मुझे खुशी है कि जीआईसी और टीपीजी ने भारतीय रिटेल बाजार में बदलाव लाने के रिलायंस रिटेल के मिशन में भागीदारी की है।
आरआईएल ने अपने डिजिटल आर्म जियो प्लेटफॉर्म में 1.52 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने वाले सभी 13 वैश्विक निवेशकों को रिलायंस रिटेल में निवेश करने का आमंत्रण दिया है। जियो प्लेटफॉर्म में सिल्वर लेक, केकेआर, जनरल एटलांटिक और मुबाडाला के अलावा फेसबुक और गूगल भी शामिल हैं। रिलायंस रिटेल ने इस साल अपना ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जियोमार्ट लॉन्च किया है। रिलायंस का लक्ष्य अपने नए कॉमर्स बिजनेस के जरिये किराना स्टोर्स को डिजिटल बनाना है।
जुलाई में जियोमार्ट ने एक दिन में 400,000 ऑर्डर पूरे किए और वर्तमान में यह 200 शहरों में अपना परिचालन कर रहा है। आरआईएल के 15 लाख करोड़ रुपए के कुल बाजार पूंजीकरण में जियो प्लेटफॉर्म और रिलायंस रिटेल की संयुक्त हिस्सेदारी 9 लाख करोड़ रुपए की है। इस निवेश से रिलायंस भारत में अमेजन और फ्लिपकार्ट को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होगा।