देहरादून। कमाई और संपत्ति के मामले में देश के ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे धनवान मुकेश अंबानी और उनका परिवार दान देने में भी शायद सबसे आगे है। अंबानी परिवार ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को पांच करोड़ रुपए का दान दिया है। इस दान से कोविड-19 लॉकडाउन के कारण देवस्थानम बोर्ड को हुए वित्तीय नुकसान से उबरने में मदद मिलेगी।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रकोष्ठ ने यह जानकारी देते हुए कहा कि रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पुत्र अनंत अंबानी ने यह दान दिया है। उन्होंने बताया कि यह दान बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ बीडी सिंह के आग्रह पर दिया गया है। सिंह ने अंबानी परिवार से आग्रह किया था कि बोर्ड के कर्मचारियों को उनके वेतन का भुगतान करने के लिए मदद की जरूरत है। बोर्ड के मीडिया प्रकोष्ठ ने बताया कि उनके आग्रह को तुरंत स्वीकार कर लिया गया।
अंबानी ने डेटा संरक्षण पर नए विनियमन की पैरोकारी की
अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी ने सोमवार को सरकार से डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए नए विनियमों को तैयार करने के लिए लिए कहा। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दशकों में विभिन्न देशों के बीच डिजिटल पूंजी हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्धा तेज होगी। अंबानी डेटा के राष्ट्रीयकरण की पैरोकारी करते रहे हैं। उन्होंने कहा भारत के पास कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित विकास के लिए विशाल डिजिटल पूंजी के उपयोग का अनूठा लाभ है। यह विकास नीचे से ऊपर की ओर और समावेशी होगा।
अंबानी ने रेज 2020 सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि समय अनुकूल है और आईआई के क्षेत्र में भारत को वैश्विक नेता बनाने के लिए साधन तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि सरकार इस राष्ट्रीय संसाधन की सुरक्षा और डेटा गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए एक बेहतर डेटा विनियमन ढांचा तैयार करेगी। उन्होंने मोबाइल डेटा खपत में भारत की वैश्विक बढ़त का हवाला देते हुए कहा कि भारतनेट पहल और मेक इन इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से पूरे भारत में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाया जा रहा है। अंबानी ने कहा कि देश के पास अग्रणी डिजिटल समाज बनने के लिए सभी जरूरी तत्व उपलब्ध हैं। उन्होंने डेटा को एआई के लिेए कच्चा माल बताया और साथ ही कहा कि डेटा एक डिजिटल पूंजी और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संसाधन है।