नई दिल्ली। टायर बनाने वाली प्रमुख कंपनी एमआरएफ का मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 20.41 प्रतिशत बढ़कर 345.32 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी को 286.77 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि समीक्षावधि में उसकी कुल आय 3,944.75 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,778.23 करोड़ रुपए थी। पूरे वित्त वर्ष 2017-18 के लिए कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 23.85 प्रतिशत घटकर 1,131.61 करोड़ रुपए रहा, जो 2016-17 में 1,486.22 करोड़ रुपए था।
इसके अलावा कंपनी के निदेशक मंडल ने निजी नियोजन के आधार पर गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी कर 500 करोड़ रुपए जुटाने की अनुमति भी दे दी है। साथ प्रति शेयर 54 रुपए का अंतिम लाभांश देने की भी कंपनी ने घोषणा की है। इससे पहले कंपनी तीन-तीन रुपए प्रति शेयर के दो अंतरिम लाभांश देने की घोषणा कर चुकी है। इस प्रकार कंपनी कुल 60 रुपए प्रति शेयर का लाभांश देगी।
एडलवाइस फाइनेंशियल का मुनाफा 46% बढ़कर 248 करोड़ रुपए
एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज का मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 46 प्रतिशत बढ़कर 248.22 करोड़ रुपए हो गया। मुनाफे की वजह शुल्क और बीमा किस्तों से होने वाली आय रही।
2016-17 की जनवरी-मार्च तिमाही में लाभ 170.03 करोड़ रुपए था। कंपनी ने नियामकीय जानकारी में कहा कि आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 2,621.27 करोड़ रुपए हो गई। एक वर्ष पहले इसी तिमाही में आय 1,937.58 करोड़ रुपए थी।
पूरे वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 890.13 करोड़ रुपए हो गया जबकि 2016-17 में यह 609.31 करोड़ रुपए था। वहीं, कुल आय 2016-17 में 6,618.83 करोड़ रुपए से बढ़कर 2017-18 में 8,618.62 करोड़ रुपए हो गई। कंपनी ने कहा कि निदेशक मंडल ने प्रति शेयर 30 पैसे का अंतरिम लाभांश देने की सिफारिश की है।