नई दिल्ली। वाहनों के कलपुर्जा निर्माता कंपनी मदरसन सुमी सिस्टम्स लिमिटेड (एमएसएसएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में 7.32 प्रतिशत बढ़कर 757.50 करोड़ रुपए हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में मुनाफा 705.86 करोड़ रुपए था।
कंपनी ने बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी परिचालन से कुल आय बढ़कर 15,407.83 करोड़ रुपए हो गई, जो कि एक वर्ष की पहले की इसी अवधि में 11,473.05 करोड़ रुपए था। कंपनी ने कहा कि जीएसटी समेत अन्य करों के दायरे में आने की वजह से इन आंकड़ों की तुलना नहीं की जा सकती है।
पूरे वित्त वर्ष (2017-18) में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 4 प्रतिशत बढ़कर 2,259.93 करोड़ रुपए रहा, जो कि 2016-17 में 2,172.38 करोड़ रुपए था। वहीं, परिचालन से आय 2016-17 में 43,157.03 करोड़ रुपए से बढ़कर 2017-18 में 56,521.30 करोड़ रुपए हो गई। कंपनी ने कहा कि 2017-18 के लिए उसके निदेशक मंडल ने एक रुपए कीमत के शेयर पर 2.25 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से लाभांश देने की सिफारिश की है।
रिफाइनिंग मार्जिन घटने से एचपीसीएल का मुनाफा चार प्रतिशत घटा
सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की मार्च में समाप्त तिमाही में चार प्रतिशत घट गया। रिफाइनिंग मार्जिन और भंडार पर लाभ कम रहने से कंपनी का मुनाफा घटा है। एचपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश के सुराना ने बताया कि जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर 1,748 करोड़ रुपए पर आ गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,819 करोड़ रुपए था।
उन्होंने कहा कि भंडार पर लाभ कम रहने से कंपनी का मुनाफा भी नीचे आया है। एचपीसीएल मुंबई तथा आंध्र प्रदेश के विजेग में तेल रिफाइनरियों का परिचालन करती है। चौथी तिमाही में कंपनी को प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 7.07 डॉलर की प्राप्ति हुई। एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन 7.99 डॉलर प्रति बैरल था।