नई दिल्ली। मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है और सरकार के सुधारों को गति देने से इसे आठ प्रतिशत की दर पाने में करीब चार वर्ष का समय लगेगा। मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस (Moodys) ने अपनी ग्लोबल मैक्रो आउटलुक रिपोर्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत यह दर्शाती है कि नोटबंदी के बावजूद सरकार की लोकप्रियता बनी हुई है।
GDP को 8 फीसदी तक पहुंचने में लगेगा 4 साल का समय
रिपोर्ट के अनुसार कुल मिलाकर भारत की आर्थिक वृद्धि दर को आठ प्रतिशत तक पहुंचने में तीन से चार वर्ष का वक्त लगेगा। इससे पहले इसी सप्ताह में विश्वबैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। यह भी पढ़े: वित्तीय अनुशासन के रास्ते पर बने रहने से सुधरेगा भारत का क्रेडिट आउटलुक : Moody’s
अगले साल भारत की GDP ग्रोथ पहुंचेगी 8 फीसदी के करीब
रिपोर्ट में कहा कहा गया है, हम भारत में मामूली से अधिक वृद्धि की उम्मीद है। हमारे अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में भारत की अर्थव्यवस्था 7.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगी और 2018-19 में यह 7.7 प्रतिशत रह सकती है। वित्त वर्ष 2016-17 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही। यह भी पढ़े: विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली प्रचंड जीत से देश में तेज होगा रिफॉर्म का एजेंडा, रफ्तार पकड़ेगी आर्थिक ग्रोथ: मूडीज
बैंकों का फंसा कर्ज अभी भी बड़ी समस्या
मूडीज का कहना है कि बैंकों के फंसे हुए कर्ज की समस्या को यदि नहीं सुलझाया जाता है तो निवेश गतिविधियों पर असर पड़ेगा क्योंकि उसके लिए कर्ज को संकुचित करना होगा। साथ ही यह आर्थिक वृद्धि पर भी दबाव डालेगा। यह भी पढ़े: इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग ट्रांजैक्शन में ग्राहकों के हितों की सुरक्षा करेगा RBI, अंतिम दिशानिर्देश जल्द होगा जारी