नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून पश्चिमी और मध्य भारत के अधिकतर हिस्सों में पहुंच चुका है लेकिन इस सप्ताह इसकी प्रगति कुछ धीमी पड़ सकती है। आईएमडी ने अपने एक बयान में कहा कि उत्तरी अरब सागर, गुजरात और मध्य प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ के बाकी भागों, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटे के दौरान दक्षिण-पश्चिमी मानसून के विस्तार के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि इसके बाद, एक सप्ताह के लिए मानसून की प्रगति धीमी रहेगी।
मोहपात्रा ने कहा कि मानसून की प्रगति के लिए सहायक भूमिका निभाने वाले कम दवाब वाला क्षेत्र पिछले हफ्ते कुछ कमजोर पड़ा है। इसलिए एक सप्ताह तक मानसून की प्रगति धीमी रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि अगले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो मानसून को आगे बढ़ने में मदद करेगा। कम दबाव वाला क्षेत्र एक ऐसा चक्रवात होता है जो मानसून की प्रगति के लिए सहायक होता है।
आईएमडी ने कहा है कि अगले चार से पांच दिनों के दौरान महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य व पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश लगातार होते रहने की संभावना है। इसके अलावा कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात में भारी बारिश होने का अंदेशा है।
अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और मराठवाड़ा में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी डाटा के मुताबिक, संपूर्ण देश में अबतक 31 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। आईएमडी ने अपने दूसरे लॉन्ग-रेंज अनुमान में कहा है कि इस साल मानसून सामान्य रहेगा।