नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि 15 मई के आसपास मानसून की हवाएं अंडमान एवं निकोबार में दस्तक दे देंगी। अंडमान सागर में मानसून के लिए अनुकूल स्थितियां बननी शुरू हो गई हैं। नए डायनामिक मॉडल के अनुसार दक्षिण पश्चिमी मानसून के डेवलेपमेंट के लिए स्थिति अनुकूल है। दो दिन पहले ही मौसम विभाग ने इस साल सामान्य मानसून की उम्मीद जताई थी। आपको बता दें कि उत्तर भारत और दिल्ली में मानसून 1 जुलाई के आसपास पहुंचता है।यह भी पढ़े:सामान्य मानसून से कृषि जीडीपी की वृद्धि दर 3-4 प्रतिशत रहने का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी आय
15 मई तक दस्तक देगा मानसून
अंडमान सागर में मानसून की हवाएं अगले तीन-चार दिनों में पहुंच जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक विषवत रेखा से नाम हवाओं का प्रवाह भारत की तरफ हो चला है और यही वजह है की वैज्ञानिक इस बात को लेकर काफी विश्वास से भरे दिख रहे हैं कि अंडमान निकोबार में 15 तारीख के आसपास मानसून दस्तक दे देगा। यह भी पढ़े: भारतीय मौसम विभाग ने जारी किया पहला पूर्वानुमान, इस साल सामान्य रहेगा मानसून
मानसून के लिए अनुकूल है परिस्थिति
देश भर में कई जगहों पर धूल भरी हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में कुछ जगहों पर बादलों की गरज के साथ ओलावृष्टि हुई है। दूसरी तरफ असम, मेघालय, त्रिपुरा, बिहार, पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ कोस्टल और अंदरुनी कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु में इक्का-दुक्का जगहों पर बिजली की कड़क के साथ तेज हवाओं से बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम के जानकारों का कहना है इस समय पूरे भारत में ठीक वैसा ही मौसम है जैसा कि मानसून से पहले मई के महीने में होता है। यह भी पढ़े:2017-18 के लिए धान की MSP 80 रुपए बढ़ाने की तैयारी में सरकार, किसानों को मिलेगा 1550 रुपए का भाव
पूर्वोत्तर भारत में बारिश और आंधी की संभावना
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बारिश और आंधी की संभावना बनी रहेगी तो वही दक्षिण भारत में तकरीबन 50 फीसदी इलाके में गरज के साथ बारिश के लिए अनुकूल स्थितियां बनी रहेंगी। पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में कई जगहों पर आने वाले दिनों में बारिश रिकॉर्ड की जाएगी। ऐसा अनुमान है कि असम, मेघालय, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के अंदरुनी हिस्सों में तेज अंधड़ के साथ बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ आंधी-पानी की संभावना जताई जा रही है।