नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून 2019 के लिए अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। प्राइवेट सेक्टर की कंपनी स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने मंगलवार को बताया कि इस साल मानसून समय पर आएगा और 4 जून को यह केरल के तट से टकराएगा। कंपनी ने अपने इस अनुमान में दो दिन आगे-पीछे होने की भी संभावना व्यक्त की है।
स्काईमेट ने कहा है कि मानसून 2019 22 मई को अंडमान और निकोबाद द्वीप पर पहुंचेगा। इससे पहले स्काईमेट ने इस साल मानसून के सामान्य से कम रहने का अनुमान व्यक्त किया था। स्काईमेट के पूर्वानुमान के अनुसार इस साल मानसून पर अलनीनो का असर पड़ सकता है और इस साल मानसून सामान्य का 93 प्रतिशत रह सकता है।
वहीं भारतीय मौसम विभाग ने मानसून को लेकर इस साल के अपने पहले अनुमान में सामान्य बरसात होने की उम्मीद जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून सीजन में अल-नीनो कमजोर रहने की संभावना है और सीजन बढ़ने के साथ यह कमजोर होता जाएगा।मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून सीजन के दौरान सामान्य यानि 96 प्रतिशत बरसात का अनुमान है। इसमें 5 प्रतिशत बरसात ऊपर-नीचे हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून सीजन के दौरान सामान्य से बहुत ज्यादा (110 प्रतिशत से ज्यादा) बरसात की संभावना 2 प्रतिशत है, जबकि सामान्य से अधिक (104-110 प्रतिशत) की संभावना 10 प्रतिशत है। इसके अलावा सामान्य बरसात यानि 96-104 प्रतिशत बरसात की संभावना 39 प्रतिशत है। यानि कुल मिलाकर सामान्य या सामान्य से अधिक बरसात की संभावना 50 प्रतिशत से ज्यादा है।
मौसम विभाग के मुताबिक सामान्य से थोड़ी कम यानि 90-96 प्रतिशत बरसात की संभावना 32 प्रतिशत और 90 प्रतिशत से कम बरसात की संभावना 16 प्रतिशत है। मानसून सीजन के दौरान अगर 90 प्रतिशत से कम बरसात हो तो सूखाग्रस्त घोषित किया जाता है। यानि इस साल 16 प्रतिशत संभावना सूखाग्रस्त मानसून की भी है।