गाबोरोन (बोत्सवाना)। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने नोटबंदी की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इस कदम से बेडरूम, बाथरूम और तकिये के नीचे दबे रुपए बैंकों में पहुंच गए।
आधिकारिक दौरे पर बोत्सवाना आए नायडू ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी देश बोत्सवाना भी कालेधन पर रोक लगाने के लिए भारत के प्रयासों का अनुकरण कर रहा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसे सुधारात्मक कदम भले ही कष्टदायक हो सकते हैं लेकिन लोगों की बेहतरी से जुड़े होते हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि पैसा जो बेडरूम, बाथरूम और तकिये के नीचे दबा था, वो बैंक में पहुंच गया। बोत्सवाना में गुरुवार की रात को भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लंबे समय के फायदे के लिए नोटबंदी का कष्ट अस्थायी था।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अब कितना रुपया सफेद है, कितने धन पर कर चुकाया गया है, सबकुछ पता चल जाएगा। यह भारतीय रिजर्व बैंक और आयकर के लोगों की जिम्मेदारी है कि वे इस बात की पुष्टि करें कि सभी ने नियमों के अनुरूप ये किया है कि नहीं।
उन्होंने कहा कि आपको मालूम है कि हमारे देश की सरकार ने भारत को कुशल और ज्ञान से परिपूर्ण समाज और निर्माण हब बनाने के लिए कुछ विशेष योजनाएं शुरू की हैं। बाजार को पारदर्शी और एकीकृत बनाने के साथ कारोबार की सुगमता को और बेहतर बनाने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे कदम उठाए गए हैं।