नई दिल्ली। ओएलएक्स इंडिया द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि महिलाएं ऑनलाइन खरीदी के मामले में घर के फैसलों में प्रमुख भूमिका निभाते हुए पहले के मुकाबले ज्यादा खरीदारी कर रही हैं। यह सर्वेक्षण मुंबई, दिल्ली/एनसीआर, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों में ऑनलाइन किया गया, जिसमें 26 साल से अधिक आयु की 300 से अधिक विवाहित महिलाओं ने हिस्सा लिया। 70 प्रतिशत उत्तरदाता या तो विवाहित अभिभावक या फिर एकल अभिभावक थे।
प्राप्त आंकड़ों में 46 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि वो घर में हर किसी के लिए ऑनलाइन शॉपिंग की एकमात्र डिसीजन मेकर हैं। 40 प्रतिशत ने बताया कि यह निर्णय परिवार में अन्य सदस्यों के परामर्श से लिया जाता है, लेकिन निर्णय में सबसे प्रमुख भूमिका उन्हीं की होती है। शेष 14 प्रतिशत ने बताया कि निर्णय लेने में उनकी भूमिका सबसे कम होती है।
सर्वे में शामिल सभी महिलाओं ने बताया कि वो ऑनलाइन खरीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ डील्स देखती हैं, जिसके लिए वो ऑनलाइन सेल का इंतजार करती हैं, कीमतों की तुलना करने वाली वेबसाइट का उपयोग करती हैं, ऑनलाइन प्रि-ओन्ड गुड्स खरीदती हैं या फिर डिस्काउंट कूपंस का उपयोग करती हैं।
परिवार में प्राथमिक केयर गिवर की भूमिका निभाते हुए माएं परिवार के हर सदस्य जैसे जीवनसाथी, बच्चे, वृद्ध माता-पिता, सास-ससुर तथा दाोस्तों के लिए भी खरीदारी करती हैं। रोचक बात यह है कि खरीदारी के मामले में 5 में से 3 माएं खुद को पहली प्राथमिकता में रखती हैं, 2 महिलाएं बच्चों के लिए तथा 1 महिला जीवनसाथी या माता-पिता के लिए खरीदारी करती है।
महिलाओं का ध्यान आकर्षित करने वाले सर्वोच्च सामानों में फैशन, गैजेट्स, ग्रोसरी और फर्नीचर हैं। जब उनसे पूछा गया कि पिछले छह महीनों में उन्होंने कौन सा सामान ऑनलाइन खरीदा, तो 35 प्रतिशत माहिलाओं ने बताया कि उन्होंने फैशन का सामान खरीदा, 25 प्रतिशत ने स्मार्टफोन जैसे गैजेट्स खरीदे, 15 प्रतिशत ने ग्रोसरी खरीदी, 15 प्रतिशत ने फर्नीचर खरीदा और शेष ने अन्य सामान खरीदे।
ओएलएक्स इंडिया के सीओओ इरविन प्रीत सिंह आनंद ने कहा कि आज एक मां, चाहे कामकाजी हो या होममेकर, लेकिन वो एक समय कई भूमिकाएं निभाती है। हमारा सर्वे इस बात पर प्रकाश डालता है कि घरों की महिलाएं ऑनलाइन शॉपिंग या मॉल्स में ऑफलाइन खरीदारी में किस प्रकार मुख्य भूमिका निभाती हैं और परिवार के सदस्यों का नेतृत्व करती हैं। घर का बजट संभालने की जिम्मेदारी निभाने के साथ सर्वश्रेष्ठ मूल्य प्राप्त करना, मां का प्राकृतिक गुण होता है। ऑफलाइन खरीदारी, जहां मोलभाव एक आम आदत है, की भांति ही माएं ऑनलाइन शॉपिंग में भी काफी स्मार्ट होती हैं।