नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत दुनिया में निवेश का एक प्रमुख केंद्र या हॉटस्पॉट बन सकता है। उन्होंने सोमवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार भारत को निवेश का केंद्र बनाने की दिशा में कदम उठा रही है। सुधारों का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इन्हें आगे भी जारी रखा जाएगा। उन्होंने भविष्य में कुछ और बड़े सुधारों का भी संकेत दिया। सीतारमण ने स्पष्ट किया कि सुधारों की रफ्तार को कायम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़े स्तर पर कुछ और सुधारों के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी देश में निवेश बढ़ाने के लिए हर संभव उपाय करने का ऐलान किया था। हाल ही में ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर निवेशक शहरीकरण, मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों में निवेश करना चाहते हैं तो भारत में उनके लिए अनेक आकर्षक मौके मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार देश को निवेश के लिए बेहतर स्थान बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। भारत सरकार की इन कोशिशों का असर देखने को भी मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में 10 देशों की कंपनियों ने 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। इन देशों में जापान, जर्मनी और अमेरिका शामिल हैं। वहीं कोरोना संकट के बाद चीन से निकलने को इच्छुक कई कंपनियां भारत में अपनी यूनिट लगा रही हैं या इस बारे में योजना बना रही हैं। आज ही एप्पल के सप्लायर ने भारत में 15 करोड़ डॉलर के निवेश को मंजूरी दे दी है।