नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (एनएचपीएम) जुलाई के अंत तक लॉन्च होने के लिए तैयार हो जाएगी। इसे मोदीकेयर के नाम से भी प्रचारित किया जा रहा है। इसे दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना बताया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में देश की 40 प्रतिशत आबादी को अपने दायरे में लाने वाली इस स्वास्थ्य योजना को मंजूरी दी गई थी। इसके एक दिन बाद नड्डा ने बताया कि आयुष्मान भारत से जुड़ी सभी गतिविधियां जुलाई के अंत तक पूरी हो जाएंगी।
समयसीमा के बारे में नड्डा ने कहा कि इस संबंध में परिचालन दिशानिर्देश सात कार्य समूहों द्वारा तैयार किया जा रहा है और इसे राज्यों से साझा किया जाएगा। इस संबंध में रोगों का सूचीकरण और इससे संबंधित प्रक्रिया अंतिम चरण में है। स्वतंत्र सीईओ की अगुवाई में राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी का पंजीकरण और संचालन अप्रैल में किया जाएगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से स्वास्थ्य बीमा की पहुंच 50 प्रतिशत लोगों तक हो जाएगी। इस योजना के तहत 11 करोड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवर की पेशकश की जाएगी।
इस नई योजना की घोषणा 2018-19 के बजट में की गई है। इस योजना में केंद्र सरकार की पहले से चल रही योजनाएं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजनाएं समाहित हो जाएंगी। केंद्र ने मौजूदा जारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वित्त वर्ष 2018 से 2020 के दौरान केंद्र के हिस्से के रूप में 85,200 करोड़ रुपए के बजटीय समर्थन की घोषणा की है।
क्रिसिल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारा मानना है कि सस्ती और गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा पर जोर एक सही दिशा में उठाया गया कदम है। इसके क्रियान्वयन के बाद स्वास्थ्य बीमा की पैठ 33 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत लोगों तक हो जाएगी।