शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात नवंबर को हिमाचल प्रदेश के पहले वैश्विक निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, प्रह्लाद पटेल और अनुराग ठाकुर समेत उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां और विदेशी निवेशक हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को यहां कहा कि प्रदेश के धर्मशाला में 7-8 नवंबर को होने जा रहे 'राइजिंग हिमाचल' नामक इस सम्मेलन का मकसद कृषि व्यवसाय, खाद्य प्रसंस्करण और पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलोजी, मैन्युफैक्चरिंग, फार्मास्युटिकल्स, पर्यटन, आतिथ्य, नागरिक उड्डयन, पनबिजली और अक्षय ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करना है।
उन्होंने मीडिया को बताया, "सम्मेलन के दौरान हमने राष्ट्राध्यक्षों, कॉरपोरेट जगत के प्रमुखों, नीति निर्माताओं, विकास से जुड़ी एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के संस्थानों के प्रमुखों और दुनियाभर के अकादमिक क्षेत्र के लोगों को एक मंच पर लाने की योजना बनाई, जिससे प्रदेश के सामाजिक और आर्थिक विकास की गाड़ी आगे बढ़ाने की दिशा में मदद मिले।"
प्रदेश ने 85,000 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है और अब तक 83,000 करोड़ रुपये निवेश के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। ठाकुर ने कहा, "प्रोजेक्ट को द्रुत गति से मंजूरी दिलाने, बुनियादी ढांचा के विकास, मानव पूंजी और सामाजिक कल्याण में सतत निवेश, के लिए हम प्रगतिशील नीति पेश करेंगे।" पहले वैश्विक निवेशक सम्मेलन से रोजगार के अवसर पैदा होने और उद्यमिता को प्रोत्साहन देने का लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद की जा रही है। प्रदेश की आर्थिक विकास दर चालू वित्त वर्ष में 7.3 फीसदी रहने की उम्मीद की जा रही है।