नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार का राजस्व आधार बढ़ाने के लिए टैक्स पेयर्स की संख्या डबल करने का लक्ष्य टैक्स अधिकारियों को दिया है। वर्तमान में 5.3 करोड़ लोग टैक्स के दायरे में आते हैं। मोदी ने टैक्स अधिकारियों से कहा कि वे टैक्सपेयर्स के मन से उत्पीड़न या परेशानी का भय दूर करें और प्रशासन के पांच स्तंभों- राजस्व, उत्तरदायित्व, ईमानदारी, सूचना और डिजिटलीकरण (रैपिड)- पर ध्यान केंद्रित करें।
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि देश में कुल 25 करोड़ परिवार हैं, जिसमें से 10 करोड़ के पास गैर-कृषि आय है। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि टैक्स का दायरा बढ़ाकर 10 करोड़ के स्तर पर ले जाया जाए, जो कि अभी 5.3 करोड़ है। हालांकि, अधिया ने 10 करोड़ टैक्स पेयर्स बेस तक पहुंचने के लिए कोई समय सीमा का उल्लेख नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने यहां दो दिन के पहले राजस्व ज्ञान-संगम का उद्घाटन करते हुए अधिकारियों से प्रशासन को बेहतर और दक्ष बनाने के लिए डिजिटलीकरण की दिशा में कदम बढाने तथा अविश्वास की खाईं पाटने का कार्य करने को कहा। उद्घाटन सत्र के बाद वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि मोदी ने अधिकारियों को यह भी सुझाव दिया कि उन्हें करदाताओं के मन से उत्पीड़न या परेशान किए जाने का डर दूर करने का प्रयास करना चाहिए तथा लोगों के साथ सौम्य और विनम्र रहना चाहिए। राजस्व ज्ञान संगम में वित्त मंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और कंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क (सीबीईसी) के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग ले रहे हैं।