नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि सरकार संभावित परिवहन ईंधन के रूप में हरित हाइड्रोजन की संभावना पर गौर कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जो छूट दी जा रही है, उसी प्रकार की राहत हरित हाइड्रोजन के लिए भी दी जा सकती है। हाइड्रोजन और गैस आधारित वाहन पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि भारत में विशाल सौर, पवन, जलविद्युत और अपशिष्ट क्षमता के साथ, देश हरित हाइड्रोजन उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हम संभावित परिवहन ईंधन के रूप में हरित हाइड्रोजन की संभावना भी देख रहे हैं और हम इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जो छूट दे रहे हैं, उसी प्रकार की राहत हरित हाइड्रोजन के लिए दी जा सकती है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सरकार हरित हाइड्रोजन का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह इस मुद्दे पर वित्त मंत्रालय और नीति आयोग के साथ चर्चा करेंगे। गडकरी ने कहा कि रिफाइनिंग, स्टील, सीमेंट, उर्वरक, खनन जैसे ऊर्जा-गहन उद्योगों के लिए हरित हाइड्रोजन एक आदर्श ऊर्जा स्रोत हो सकता है।
लेह में बनेगा देश का पहला हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन
एनटीपीसी रिन्यूवेबल एनर्जी लिमिटेड (एनटीपीसी आरईएल) ने लद्दाख के लेह में देश का पहला हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन स्थापित करने के लिए घरेलू बाजार से निविदा आमंत्रित की है। इसमें कहा गया है कि बोली दस्तावेज की बिक्री 31 जुलाई 2021 से शुरू हो जाएगी। कंपनी की ओर से हाल ही में एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) द्वारा लद्दाख के लिए ईंधन सेल बसों की खरीद के लिए निविदा जारी करने के बाद अब यह नई निविदा जारी की जा रही है।
एनटीपीसी आरईएल और एनवीवीएन दोनों मिलकर संघ शासित प्रदेश लद्दाख में हरित आवागमन परियोजना पर काम करने जा रही हैं। एनटीपीसी आरईएल द्वारा लेह में एक 1.25 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र भी स्थापित किया जा रहा है। यह संयंत्र पूरी तरह से हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन को समर्पित होगा ताकि ईंधन स्टेशन को पूरी तरह से हरित रखा जा सके। सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए अनुबंध एक माह के भीतर दे दिए जाने की उम्मीद है। एनटीपीसी आरईएल ने इससे पहले ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र स्थित संघ शासित प्रदेश लद्दाख के साथ हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी के विकास के लिए सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे।
जेएसडब्ल्यू फ्यूचर एनर्जी ने फोर्टेसक्यू फ्यूचर इंडस्ट्रीज के साथ किया समझौता
जेएसडब्ल्यू एनर्जी की इकाई जेएसडब्ल्यू फ्यूचर एनर्जी ने भारत में महत्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा बाजार में उपलब्ध अवसरों का उपयोग करने और भविष्य की हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में अग्रणी बनने के लिए ऑस्ट्रेलियन फोर्टेसक्यू फ्यूचर इंडस्ट्रीज के साथ गठजोड़ किया है। जेएसडब्ल्यू फ्यूचर एनर्जी लि.ने आस्ट्रेलियन फोर्टेसक्यू फ्यूचर इंडस्ट्रीज के साथ समझौता किया है। यह फोर्टेसक्यू फ्यूचर इंडस्ट्रीज पीटीवाई लि.(एफएफआई) 100 प्रतिशत अनुषंगी इकाई है। यह कंपनी वैश्विक हरित ऊर्जा और उत्पाद बनाने वाली कंपनी है।
जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने एक बयान में कहा कि दोनों संस्थाओं ने हरित हाइड्रोजन के उत्पादन को लेकर संभावित परियोजनाओं पर सहयोग और संचालन तथा भारत में हरित इस्पात बनाने, हाइड्रोजन वाहन, ग्रीन अमोनिया तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों के लिए गठजोड़ किया है। जेएसडब्ल्यू एनर्जी के संयुक्त प्रबंध निदेशक और सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) प्रशांत जैन ने बयान में कहा जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने 2030 तक 20,000 मेगावाट क्षमता वाली बिजली उत्पादन कंपनी बनने के लिए एक रणनीतिक रूपरेखा तैयार किया है। कुल क्षमता में 85 प्रतिशत योगदान हरित और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का होगा।
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