नई दिल्ली। महंगे खाद्य तेल से जनता को राहत देने के लिए सरकार ने बुधवार को पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी के तेल की कच्ची किस्मों पर मार्च, 2022 तक के लिए बेसिक कस्टम ड्यूटी समाप्त करने के साथ ही साथ कृषि उपकर में भी कटौती करने की घोषणा की है। यह एक ऐसा कदम है जो त्योहारी मौसम में खाद्य तेलों की कीमतों को कम करने और घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने में मदद करेगा।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने एक अधिसूचना में कहा कि शुल्क में कटौती 14 अक्टूबर से प्रभावी होगी और 31 मार्च, 2022 तक लागू रहेगी। कच्चे पाम तेल पर अब 7.5 प्रतिशत का कृषि अवसंरचना विकास उपकर (एआईडीसी) लगेगा, जबकि कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल के लिए यह दर पांच प्रतिशत होगी। इस कटौती के बाद पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी के तेल की कच्ची किस्मों पर प्रभावी सीमा शुल्क क्रमशः 8.25 प्रतिशत, 5.5 प्रतिशत और 5.5 प्रतिशत होगा।
इसके अलावा सूरजमुखी, सोयाबीन, पामोलिन और पाम तेल की परिष्कृत किस्मों पर मूल सीमा शुल्क मौजूदा 32.5 प्रतिशत से घटाकर 17.5 प्रतिशत कर दिया गया है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक बी वी मेहता ने कहा कि घरेलू बाजार और त्योहारी मौसम में खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सरकार ने खाद्य तेलों पर आयात शुल्क घटा दिया है।
खाद्य तेल आयात सितंबर में 63 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 16.98 लाख टन रहा
भारत में पाम तेल का रिकॉर्ड आयात होने से खाद्य तेल आयात सितंबर के दौरान 63 प्रतिशत के उछाल के साथ रिकॉर्ड 16.98 लाख टन हो गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने एक बयान में कहा कि वनस्पति तेलों का कुल आयात, जिसमें खाद्य और अखाद्य दोनों प्रकार के तेल शामिल हैं, सितंबर के दौरान 66 प्रतिशत बढ़कर 17,62,338 टन हो गया, जबकि सितंबर, 2020 में यह आयात 10,61,944 टन का हुआ था। एसईए ने कहा कि सितंबर, 2021 के दौरान खाद्य तेलों के आयात ने किसी एक महीने में 16.98 लाख टन के आयात का नया रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में भारत ने 16.51 लाख टन का आयात किया था।
अखाद्य तेलों का आयात सितंबर में बढ़कर 63,608 टन हो गया, जो पिछले साल इसी महीने में 17,702 टन था। नवंबर, 2020 से सितंबर, 2021 (11 महीने) के दौरान, वनस्पति तेलों का आयात पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,22,57,837 टन की तुलना में दो प्रतिशत बढ़कर 1,24,70,784 टन हो गया। कुल वनस्पति तेल आयात में से खाद्य तेल का आयात 1,19,50,501 टन से बढ़कर 1,20,85,247 टन हो गया। अखाद्य तेल का आयात 3,07,333 टन से बढ़कर 3,85,537 टन हो गया। वनस्पति तेल विपणन वर्ष नवंबर से अक्टूबर तक चलता है।
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