नई दिल्ली। जहां एक तरफ टेलिकॉम कंपनियों के टैरिफ प्लान महंगे होते जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर दूरसंचार नियामक ट्राई ने चौंकाने वाले आंकड़े जारी किए है। भारत में इंटरनेट इस्तेमाल को लेकर एक रिपोर्ट सामने आयी है। वायरलेस डेटा ग्राहकों की संख्या में वर्ष 2017-18 में इयर टू इयर 36.36 प्रतिशत की ग्रोथ रेट दर्ज की गई है। वर्ष 2014 में कुल वायरलेस डेटा की मात्रा 82.8 करोड़ जीबी थी, जो कि वर्ष 2018 में बढ़कर 4640.4 करोड़ जीबी हो गई। इस प्रकार इसमें वृद्धि का सिलसिला यहीं नहीं रुका और इस साल 2019 के अंत तक यह 5491.7 करोड़ जीबी हो गया। दूरसंचार नियामक ट्राई के एक विश्लेषण में इस बात की जानकारी दी गई है।
ट्राई के अनुसार, वर्ष 2014 के अंत की तुलना में सितंबर 2019 तक वायरलेस डेटा ग्राहकों की कुल संख्या 2815.8 करोड़ से बढ़कर 6648 करोड़ हो गई। वर्ष 2017-18 में इसने इयर टू इयर 36.36 प्रतिशत ग्रोथ रेट दर्ज किया। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के मुताबिक, 'वर्ष 2014 में कुल वायरलेस डेटा की मात्रा 82.8 करोड़ जीबी थी, वहीं यह वर्ष 2018-19 में बढ़कर 4640.4 करोड़ हो गई। वर्ष 2019 में वायरलेस डेटा उपयोग सितंबर 2019 तक 5491.7 करोड़ जीबी तक रहा। उम्मीद के अनुसार, इस प्रकार से यह पिछले वर्ष के उपयोग को एक महत्वपूर्ण अंतर से पार कर सकता है।'
विश्लेषण में कहा गया है कि वर्ष 2018 में 4640.6 करोड़ जीबी डेटा इस्तेमाल हुआ था और वर्ष 2017 में यह आंकड़ा 2009.2 करोड़ जीबी था। वहीं इससे पहले वर्ष 2016 में यह सिर्फ 464.2 करोड़ जीबी था।
भारत में इंटरनेट इस्तेमाल वाला दूसरा सबसे बड़ा देश भारत
इंटरनेट के इस्तेमाल के मामले में दुनिया में दूसरे पायदान पर भारत है। दुनिया में इंटरनेट के कुल यूजर्स में भारत की हिस्सेदारी 12 फीसदी है। मैरी मीकर की इंटरनेट प्रवृत्ति पर आयी 2019 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालो लोगों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन गया है।
दुनिया भर में करीब 3.8 अरब लोग करते हैं इंटरनेट का इस्तेमाल
मैरी मीकर की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के बाहर की सबसे इनोवेटिव इंटरनेट कंपनियों में से एक बताया गया है। रिपोर्ट में दुनिया भर में करीब 3.8 अरब लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। यह विश्व की कुल आबादी के आधे से अधिक है। इसमें 21 प्रतिशत इंटरनेट उपयोक्ताओं के साथ चीन शीर्ष पर है।