पेट्रोल और डीजल की महंगाई से जूझ रही आम जनता को जल्द ही महंगाई के डबल अटैक का सामना करना पड़ सकता है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्त वर्ष में कंपनियां टैरिफ में बढ़ोत्तरी कर सकती हैं। जिसके तहत मोबाइल के कॉलिंग और डेटा पैक की कीमतें बढ़ सकती हैं। कोरोना महामारी टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद रही है। लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम, ऑनलाइन क्लासेस के कारण डेटा का इस्तेमाल बढ़ा है। चूंकि मोबाइल आम आदमी की एक अहम जरूरत है। ऐसे में इसका असर आम लोगों पर पड़ सकता है।
- पढ़ें- दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की प्राइज लिस्ट, जानिए कितने में मिलेगी कार और बाइक
- पढ़ें- यहां FASTAG है बेकार! इस एप के बिना नहीं मिलेगी Yamuna Expressway पर एंट्री
इन्वेस्टमेंट इनफार्मेशन एंड क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (ICRA) की रिपोर्ट के मुताबिक कारोबारी साल 2021-22 में अपने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए कंपनियां एक बार फिर टैरिफ प्लान महंगे कर सकती हैं। हालांकि इनकी कीमतों में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी इसको लेकर अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन यदि साल के दौरान कीमतें बढ़ती हैं तो यह महंगाई के बीच आम लोगों पर डबल अटैक होगा।
पढ़ें- बीजेपी शासित इस राज्य में 5 रुपये सस्ता हुआ पेट्रोल, शराब के दाम भी 25% घटे, आज रात से घटेंगी कीमतें
बता दें कि 2019 में पहली बार कंपनियों ने टैरिफ बढ़ाये थे। ICRA की रिपोर्ट के अनुसार टैरिफ में बढ़ोतरी और ग्राहकों का 2G से 4G में अपग्रेडेशन से एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) यानि प्रति ग्राहक औसत राजस्व में सुधार हो सकता है। साल के बीच तक यह करीब 220 रुपये हो सकता है। इससे अगले 2 साल में इंडस्ट्री का रेवेन्यू 11% से 13% और कारोबारी साल 2022 में आपरेटिंग मार्जिन करीब 38% बढ़ेगा।