नई दिल्ली। टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत में मोबाइल फोन उत्पादन 10 करोड़ के स्तर पर पहुंच गया और प्रमुख कंपनियां देश में मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स खोल कर रही हैं। उन्होंने कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि दिसंबर के दौरान भारत में इलेक्ट्रानिक मैन्युफैक्चरिंग में 1.14 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ। करीब 15 नए मोबाइल प्लांटों की स्थापना हो रही है। प्रसाद ने कहा, भगवान के आशीर्वाद से मुझे भरोसा है कि इस ग्रोथ के साथ हम 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेंगे और इससे नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
देश में हो रहा है 10 करोड़ मोबाइल का उत्पादन
ग्लोबल बिजनेस समिट में रविशंकर प्रसाद ने कहा, इससे पहले 2014 में 6.8 करोड़ मोबाइल फोन की मैन्युफैक्चरिंग की गई थी, अब यह आंकड़ा 10 करोड़ पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि भारत में स्मार्टफोन की बिक्री भी दिसंबर 2015 के अंत तक 10 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गई थी। प्रसाद ने कहा, टॉप भारतीय कंपनियों के अलावा पेनासोनिक, मित्सुबिशी, निडेक, सैमसंग, बॉश, जबील, फ्लेक्स्ट्रानिक्स, कांटीनेंटल समेत सभी प्रमुख कंपनियां भारत में कारोबार कर रही हैं।
मोबाइल फोन उत्पादन को लेकर सरकार गंभीर
भारतीय सेल्यूलर संघ के संस्थापक और अध्यक्ष पंकज महिंद्रू ने कहा कि मूल्य के लिहाज से देश में चालू वित्त वर्ष के दौरान पिछले साल मुकाबले मोबाइल फोन उत्पादन 95 फीसदी बढ़ा है। उन्होंने कहा, सरकार ने देश में मोबाइल फोन उत्पादन बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं। नए निवेश से देश में 30,000 नए रोजगार पैदा हुए हैं और राज्य सरकारों ने ये निवेश आकर्षित करने के लिए रुचि जाहिर की है। प्रसाद ने कहा कि देश में इंटरनेट का प्रसार तेजी से बढ़ रहा है और मोबाइल फोन के जरिए होने वाले प्रसार को मिलाकर साल भर में 10 करोड़ अधिक बढ़कर 40 करोड़ हो गई है।