नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय को उम्मीद है कि अमेरिका द्वारा द्वारा एच1 बी वीजा सहित सभी विदेशी वर्क वीजा पर रोक लगाने के बावजूद भारतीय पेशवरों के लिए आने वाले समय में अमेरिका में फिर से मौके खुलेंगे, क्योंकि अमेरिका की अर्थव्यवस्था में भारतीयों का काफी योगदान है और कोविड 19 से लड़ाई में अमेरिकी वर्कफोर्स के मिलकर भारतीय पेशवर लोग काफी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
हालांकि मंत्रालय ने माना कि इस फैसले से अमेरिका जानवाले भारतीयों पर काफी असर पड़ेगा। विदेश मंत्रालय के मुताबिक वो इस फैसले के भारतीयों और उद्योग जगत पर असर की समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही इससे जुड़े सभी पक्षों से बातचीत भी कर रहे हैं। मंत्रालय के मुताबिक भारत और अमेरिकी संबंधों में खास तौर पर तकनीक और नए खोजों में लोगों का आपसी जुड़ाव, कारोबारी और आर्थिक सहयोग एक अहम पक्ष है। मंत्रालय के मुताबिक क्षमतावान भारतीय अपने साथ हुनर लाते हैं और तकनीकी में खाली स्थान को भरकर अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मदद कर रहे हैं। मंत्रालय ने साफ कहा है कि अमरिका ने हमेशा प्रतिभाओं हमेशा सम्मान दिया है और भविष्य में देश की प्रतिभाओं को स्वागत किया जाता रहेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच 1बी वीजा सहित सभी विदेशी वर्क वीजा जारी करने की प्रक्रिया को साल के अंत तक निलंबित कर दिया है। दरअसल ट्रंप अमेरिकी लोगों के लिए इंडस्ट्री में मौके बनाने की बात करते रहे हैं, इस लिए उनकी सरकार ने ये कदम उठाया है। अपने फैसले के बाद ट्रंप ने कहा कि वो अपना रोजगार खो चुके लाखों अमेरिकियों की मदद करना चाहते हैं इसलिए विदेशी कामगारों के देश में आकर काम करने पर नियम कड़े किए हैं। ये वीजा भारत के आईटी सेक्टर के पेशवरों के बीच काफी प्रचलित है। अमेरिकी सरकार के इस फैसले से देश के कई प्रोफेशनल पर असर पड़ेगा।