नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच एक अच्छी खबर है, इस साल भी देश के अन्न भंडार भरे रहने की उम्मीद है। कृषि मंत्रालय के द्वारा साल 2020-21 के लिये जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक इस साल खाद्यान्न, चावल, गेहूं, मक्का, चना, मूंगफली और सरसों में रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज होगा।
कितना रहेगा उत्पादन
अनुमान के मुताबिक कुल खाद्यान्न उत्पादन 30.54 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो 2019-20 की तुलना में 79.4 लाख टन ज्यादा है। 2020-21 के दौरान उत्पादन पिछले पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 2.666 करोड़ टन ज्यादा है। वहीं चावल के 12.14 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन और गेहूं का 10.87 करोड़ टन के रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान है। इसके अलावा मक्का में 3.024 करोड़ टन, चना में 1.26 करोड़ टन, मूंगफली में 1.01 करोड़ टन और सरसों में 0.999 करोड़ टन उत्पादन होने का अनुमान है, ये सभी नये रिकॉर्ड स्तर हैं। वर्ष 2020-21 के दौरान देश में गन्ने का उत्पादन 39.280 करोड़ टन अनुमानित है।वर्ष 2020-21 के दौरान गन्ने का उत्पादन औसत गन्ना उत्पादन 36.207 करोड़ टन की तुलना में 3.073 करोड़ टन अधिक है। कपास का उत्पादन 3.649 करोड़ गांठें (प्रति 170 किग्रा की गांठें) अनुमानित हैं, जो औसत कपास उत्पादन की तुलना में 45.9लाख गांठें अधिक है। जूट एवं मेस्ता का उत्पादन 96.2 लाख गांठें (प्रति 180 किग्रा की गांठें) अनुमानित हैं।
किसानों की मेहनत, सरकार की नीतियों का फायदा: कृषि मंत्री
अग्रिम अनुमानों पर कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “हमारे किसान भाइयों और बहनों के अथक प्रयासों, कृषि वैज्ञानिकों के योगदान, भारत सरकार की नीतियों और राज्य सरकारों से मिले बेहतर सहयोग और समन्वय के चलते यह सकारात्मक स्थिति बनी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जोर कृषि क्षेत्र के विकास पर है।”