नई दिल्ली। रोबोट बनाने वाली घरेलू कंपनी मिलाग्रो को कोविड-19 के कारण चालू वित्त वर्ष में रोबोट की बिक्री में 15 से 20 गुना वृद्धि होने की उम्मीद है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। कंपनी के संस्थापक एवं चेयरमैन राजीव करवाल ने बताया कि महामारी के मद्देनजर घरेलू सहायक व सहायिका की कमी होने से फर्श साफ करने वाले रोबोट तथा अन्य रोबोट की मांग बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हमने रोबोट के लिए बाजार को तेजी से बढ़ते देखा है। इस वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में ही हमने पिछले वर्ष के बराबर कारोबार हासिल कर लिया है।
उन्होंने कहा कि अगस्त के शुरू के कुछ दिनों में ही हमने इस वित्त वर्ष के पीले चार महीने के बराबर बिक्री कर ली है। हमें इस वित्त वर्ष में एक लाख रोबोट बेचने की उम्मीद है, जिनकी औसत कीमत 45 से 50 हजार रुपए है। उन्होंने कहा कि यदि सबकुछ ठीक रहता है और भारत-चीन तनाव के कारण आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आती है, तो भारत में रोबोट का बाजार 30 गुना बढ़कर तीन लाख इकाई हो जाएगा।
क्रॉम्पटन ग्रीव्स कीनए सेगमेंट में प्रवेश के लिए अधिग्रहण पर नजर
उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनी क्रॉम्पटन ग्रीव्स कन्ज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स के नए उत्पाद खंडों में प्रवेश करने के लिए विलय और अधिग्रहण के अवसर तलाश रही है और इसके लिए बातचीत जारी है। कंपनी की उपस्थिति पंखे, मिक्सर ग्राइंडर और पंप जैसे विभिन्न खंडों में है और उसने कहा है कि वह उन उत्पाद श्रेणियों में उतरना चाहती है, जहां वह अहम मुकाम हासिल कर सकती है।
क्रॉम्पटन ग्रीव्स कन्ज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स के प्रबंध निदेशक शांतनु खोसला ने एक वार्ता के दौरान विश्लेषकों से कहा कि जाहिर तौर पर हम अधिग्रहण के अवसर तलाश रहे हैं, जिससे इसमें मदद मिले हम इस तरह की वार्ताओं में सक्रियता के साथ शामिल हैं। खोसला ने कहा कि कंपनी सक्रिय रूप से विलय और अधिग्रहण के अवसरों की तलाश में है, ताकि अधिक से अधिक खंडों में उपस्थिति दर्ज कराई जा सके, लेकिन ऐसा इस बात को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा कि इन क्षेत्रों में कंपनी को प्रासंगिक बाजार हिस्सेदारी मिले।
उन्होंने कहा कि कंपनी उप- श्रेणियों या ऐसे खंडों में प्रवेश करने के अवसर तलाश रही है, जहां हम छोटे खिलाड़ी बनकर न रह जाएं, बल्कि जहां कम से कम दूसरे स्थान पर पहुंचने की संभावनाएं हों। उन्होंने कहा कि इस समय कंपनी के बहीखाते मजबूत स्थिति में हैं। क्रॉम्पटन ग्रीव्स कन्जूमर इलेक्ट्रिकल्स का जून में समाप्त तिमाही के दौरान 74.80 करोड़ रुपए का एकीकृत मुनाफा हुआ है। एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले इसमें 39 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 122.44 करोड़ का मुनाफा हासिल किया था।