नई दिल्ली। सरकार विदेश व्यापार नीति की मध्यावधि समीक्षा कल जारी करेगी। समीक्षा में मुख्य रूप से निर्यातकों की चिंताए दूर करने पर ध्यान दिया जा सकता है क्योंकि देश के निर्यात में लगातार गिरावट आई है। विदेश व्यापार नीति की मध्यावधि समीक्षा वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु की मौजूदगी में जारी की जाएगी। इस अवसर पर विदेश व्यापार महानिदेशक अतुल चतुर्वेदी, वाणिज्य सचिव रीता तेवतिया और राजस्व सचिव हसमुख अधिया भी मौजूद होंगे।
निर्यातक लंबे समय से माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू किए जाने से उत्पन्न हुई चुनौतियों को लेकर अपनी चिंता जताते रहे हैं। उनकी मुख्य चिंता जीएसटी रिफंड को तेज किए जाने की है क्योंकि इससे उनकी कार्यशील पूंजी अटक जाती है। मध्यावधि समीक्षा को पहले जीएसटी के अनुपालन के साथ ही एक जुलाई को जारी करने का प्रस्ताव था। हालांकि सरकार जीएसटी के साथ निर्यातकों के अनुभव को इसमें शामिल करना चाहती थी इसलिए इसे बाद में करने का निर्णय किया गया।