नई दिल्ली। सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने ‘सुगम्यता के लिए कृत्रिम समझ’ कार्यक्रम में दिव्यांगों के लिए कृत्रिम समझ आधारित समाधानों का विकास करने के लिए ढाई करोड़ डॉलर खर्च करने की प्रतिबद्धता जतायी है। माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि इस पांच साल के कार्यक्रम के तहत डेवलपरों को कृत्रिम समझ के उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। ताकि वह दिव्यांगों के लिए आसान समाधानों का विकास तेजी से कर सकें जो उन्हें लाभ पहुंचाता हो।
इस कार्यक्रम के तहत माइक्रोसॉफ्ट डेवलपरों, विश्वविद्यालयों, गैर-सरकारी संगठनों और नवोन्मेषकों को शुरुआती अनुदान देगी। भविष्य की संभावना वाली परियोजनाओं की पहचान कर उन्हें बाद में और अधिक निवेश उपलब्ध कराया जाएगा।
कंपनी ने कहा कि कृत्रिम समझ (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) आधारित समाधानों में वह संभावनाएं हैं जो लोगों की देखने, सुनने, सीखने, समझने, चलने-फिरने और मानसिक स्वास्थ्य जैसी विकलांगता से ऊपर उठने में मदद कर सक्षम बना सकती है। यह उनके रोजगार, आधुनिक जीवन और मानव संबंधों से जुड़ी जीवनस्तर की संभावना को बेहतर बनाता है।
यह देखा गया है कि दुनियाभर में प्रत्येक दस में से एक ही दिव्यांग के पास सहयोगी उपकरणों, उत्पादों और तकनीक तक पहुंच होती है। इसलिए कृत्रिम समझ आधारित समाधानों को बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराकर हमारा विश्वास है कि इसका फायदा इस समुदाय पर पड़ेगा।