नई दिल्ली। घरेलू स्मार्ट फोन निर्माता कंपनी माइक्रोमैक्स ने राजस्व के मामले में सोनी इंडिया की बराबरी कर ली है। वित्त वर्ष 2014-15 में कंपनी का सालाना राजस्व 10,000 करोड़ रुपए के स्तर को पार कर चुका है। माइक्रोमैक्स इंफोर्मेटिक्स की बिक्री 2014-15 में 47 फीसदी बढ़ी है, जिससे इसका कुल राजस्व 10,450 करोड़ रुपए रहा है। वहीं इस दौरान सोनी इंडिया का बिजनेस 10 फीसदी बढ़ा है और राजस्व 11,010 करोड़ रुपए रहा है।
जानकारों का मानना है कि माइक्रोमैक्स ऑनलाइन बिक्री और 4जी स्मार्टफोन बिजनेस की दम पर सोनी इंडियाको पीछे छोड़ देगी, जो कि अपने स्मार्टफोन बिजनेस के पुनर्गठन में लगी हुई है। माइक्रोमैक्स के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर विनीत तनेजा ने बताया कि स्मार्टफोन में दूसरी छमाही में ग्रोथ ज्यादा रहेगी और 4जी की बढ़ती डिमांड इसकी प्रमुख वजह होगी। माइक्रोमैक्स के पोर्टफोलियो में 20 4जी मॉडल हैं, जो कंपनी की बिक्री को और बढ़ाने में मददगार होंगे। तनेजा ने बताया कि एलईडी टेलीविजन में माइक्रोमैक्स की हिस्सेदारी तकरीबन 10 फीसदी है, जो आगे और बढ़ेगी। वहीं सोनी इंडिया ने कहा है कि इस साल कोई बड़ा स्पोर्ट कार्यक्रम न होने की वजह से उनकी बिक्री और घटेगी।
सोनी इंडिया के सेल्स प्रमुख सतीश पद्मनाभन ने कहा कि बगैर लैपटॉप पोर्टफोलियो के लाइक-टू-लाइक आधार पर उनकी बिक्री 22 फीसदी रही है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल कोई बड़ा स्पोर्ट कार्यक्रम न होने की वजह से में हमें टीवी की बिक्री में और कमी आने की आशंका है। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक माइक्रोमैक्स ने अपनी बिक्री ऑनलाइन के जरिये काफी बढ़ाई है और इसे 50-100 डॉलर वाले सेगमेंट में इंटेक्स, लावा और अन्य से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।