Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. छोटे बैंकों के विलय से MSME क्षेत्र को पहुंचेगा नुकसान, रिसर्जेंट इंडिया की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

छोटे बैंकों के विलय से MSME क्षेत्र को पहुंचेगा नुकसान, रिसर्जेंट इंडिया की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि छोटे बैंकों के विलय से MSME क्षेत्र के ऋण स्रोत पर बुरा असर पड़ सकता है।

Manish Mishra
Published on: August 06, 2017 13:33 IST
छोटे बैंकों के विलय से MSME क्षेत्र को पहुंचेगा नुकसान, रिसर्जेंट इंडिया की रिपोर्ट में हुआ खुलासा- India TV Paisa
छोटे बैंकों के विलय से MSME क्षेत्र को पहुंचेगा नुकसान, रिसर्जेंट इंडिया की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नई दिल्ली छोटे बैंकों के विलय से सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रम (MSME) क्षेत्र के ऋण स्रोत पर बुरा असर पड़ सकता है क्योंकि विलय के फलस्वरुप बनने वाले बड़े बैंक छोटे ऋण देने में कम इच्छुक होंगे। वित्‍तीय सेवा कंपनी रिसर्जेंट इंडिया की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

यह भी पढ़ें :GST में टेक्सटाइल सेक्टर को राहत, जॉब वर्क पर दर घटकर 5% हुई, ट्रैक्टर के पुर्जों पर भी कम हुआ टैक्स रेट

रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े बैंकों के यह नुकसान हैं कि सेवाएं कम आकर्षक होती हैं और स्थानीय लोग उन तक पहुंचने से कतराते हैं। बड़े बैंकों की अधिक फीस होती हैं, और बड़े बैंकों में सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों के छोटे कारोबार के चलते उनके साथ काम करने के लिए अधिक इच्छुक नहीं होंगे।

रिसर्जेंट इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश गाडिया ने कहा कि,

छोटे बैंकों के विलय से सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों के ऋण स्रोत पर बुरा असर पड़ेगा, उधर छोटे बैंक अपनी पहचान गंवा देंगे।

यह भी पढ़ें :नौकरी करने वाले हर व्‍यक्ति के लिए खुशखबरी, अब एक साल बाद ही नौकरी छोड़ने या बदलने पर मिलेगी ग्रैच्युटी!

सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (MSME) क्षेत्र एक बहुत बड़े हिस्से को रोजगार प्रदान करने वाला क्षेत्र है। देश के विनिर्माण क्षेत्र में इसकी 45 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि निर्यात में 40 फीसदी और देश की GDP में इस क्षेत्र का आठ फीसद योगदान है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement