नई दिल्ली। भारतीय कंपनियों के विलय एवं अधिग्रहण सौदे मार्च में 4 गुना बढ़कर 27.82 अरब डॉलर पर पहुंच गए। इसमें वोडाफोन-आइडिया का विलय सौदा भी शामिल है। ग्रांट थॉर्नटन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2017 की पहली तिमाही में कुल विलय एवं अधिग्रहण सौदों का आंकड़ा 31.54 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
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जनवरी-मार्च तिमाही में कुल सौदा गतिविधियों में उल्लेखनीय उछाल देखा गया। मूल्य के हिसाब से इसमें तीन गुना का इजाफा हुआ। इसमें मुख्य भूमिका वोडाफोन-आइडिया के विलय सौदे की है। सौदों के कुल मूल्य में वोडाफोन-आइडिया का हिस्सा करीब 80 प्रतिशत बैठता है।
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ग्रांट थॉर्नटन इंडिया एलएलपी के भागीदार प्रशांत मेहरा ने कहा कि, भारत में सौदा गतिविधियों में मुख्य रूप से बड़े विलय एवं अधिग्रहण सौदों की हिस्सेदारी रही। तिमाही के दौरान देश में सबसे बड़े सौदों में से एक सौदा वोडाफोन-आइडिया का हुआ। मूल्य के हिसाब से यह विलय 27 अरब डॉलर का बैठता है।