नई दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी मर्सिडीज बेंज ने अपने एसयूवी GLS 350डी का उन्नतम संस्करण भारत में पेश किया, जिसकी कीमत पुणे शोरूम में 80.4 लाख रुपए है। मर्सिडीज बेंज के प्रबंध निदेशक व सीईओ रोलांद फोल्गर ने इस अवसर पर संवाददाताओं से कहा, भारत एसयूवी का बढ़ता बाजार है और 2015 में 100 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। यह हमारे लिए सबसे अधिक तेजी वाला खंड रहा।
उन्होंने बताया कि इस मॉडल को कंपनी के चाकन, पुणे संयंत्र में असेंबल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जीएलएस ने कंपनी के एसयूवी पोर्टफोलियो की सफलता में बड़ा योगदान किया है। उन्होंने कहा, भारत वैश्विक स्तर पर जीएलएस के लिए शीर्ष दस बाजारों में से एक बन गया है। भारत में कंपनी का यह चौथा नया मॉडल है। कंपनी ने इस साल 12 मॉडल पेश करने की योजना बनाई है।
लैंबोर्गिनी भारत में लॉन्च करेगी कन्वर्टेबल कार huracan spyder
जीएल क्लास की तरह ही जीएलएस में कई हाई-एंड सेफ्टी फीचर्स हैं। इसमें कॉलीजन प्रवेंशन असिस्ट, क्रॉसविंड असिस्ट, अटेंशन असिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक ऑल-व्हील ड्राइव ट्रैक्शन कंट्रोल, ईएसपी और ब्रेक असिस्ट शामिल हैं। मर्सिडीज बेंज जीएलएस के एक एएमजी और तीन रेगूलर मॉडल हैं- जीएलएस550 4मैटिक ट्विन-टर्बो वी8 पेट्रोल, जीएलएस350डी वी6 डीजल और जीएलएस450 वी6 पेट्रोल, हालांकि भारत में केवल एक मॉडल ही उपलब्ध होगा। भारत में मर्सिडीज बेंज जीएलएस में 3.0लीटर वी6 डीजल इंजन होगा और इसमें 9 स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन होगा। यह कार 7.8 सैकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में सक्षम होगी।
उच्चतम न्यायालय के प्रतिबंध के मद्देनजर भारत में निवेश रोका
लग्जरी कार कंपनी मर्सीडीज बेंज ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में बड़े डीजल वाहनों की बिक्री पर प्रतिबंध के मद्देनजर उसने भारत में अपने निवेश को फिलहाल रोक दिया है। कंपनी का कहना है कि इस मुद्दे के कारण निवेश गंतव्य के रूप में भारत की विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लगा है। कंपनी ने डीजल वाहनों को लेकर मौजूदा अनिश्चितता के माहौल को भारत के लिए गंवा दिया गया अवसर करार दिया और कहा है कि अगर उच्चतम न्यायालय का प्रतिबंध जारी रहा तो उसका दीर्घकालिक निवेश प्रभावित होगा।
मर्सीडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक व सीईओ रोलांद फोल्गर ने कहा, ज्यादातर फैसले पूरी तरह रद्द किए जाने के बजाय स्थगित कर दिए गए हैं। अगर प्रतिबंध जारी रहा तो निश्चित रूप से रद्दीकरण अमल में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस समय कंपनी को लग्जरी खंड में कोई वृद्धि नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि और उत्पाद पेश करना और निवेश व रोजगारों से सम्बद्ध है जो कि अधिक संख्या में बिक्री पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, ये चीजें फिलहाल रोक दी गई हैं, हम अतिरिक्त नियुक्तियों की गति धीमी कर रहे हैं।