चेन्नई। जर्मनी की वाहन कंपनी मर्सिडीज बेंज ने लग्जरी कारों पर माल एवं सेवा कर (GST) बढ़ाने के प्रस्ताव पर चिंता जतायी है। कंपनी ने कहा कि अगर सरकार कर के मामले में थोड़ी राहत दे तो वह अपना उत्पादन और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को उत्सुक है। मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी रोलैन्ड फोल्गर ने कहा, हमें यह समझ में नहीं आ रहा है कि वास्तव में फिर से उपकर की समीक्षा की क्यों जरूरत है। हमें काफी कुछ योगदान करना है। हम अच्छे वेतन वाली नौकरी सृजित करने में सक्षम और इच्छुक हैं।
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मध्यम और बड़े आकार की कारों पर उपकर बढ़ाने का रास्ता साफ करने के लिये जीएसटी मुआवजा कानून में संशोधन को लेकर अध्यादेश लाने को मंजूरी दे दी। प्रस्तावित अध्यादेश के तहत माल एवं सेवा कर राज्यों को मुआवजा कानून, 2017 में संशोधन किया जाएगा। इसके तहत अधिकतम मुआवजा उपकर 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया जा सकता है।
देश में लग्जरी कार बाजार के लिये उल्लेखनीय संभावना को रेखांकित करते हुए फोल्गर ने कहा, हमें कर के मामले में कुछ समर्थन की जरूरत है और हम अपने उत्पादन के साथ कार्यबल में भी उल्लेखनीय इजाफा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी उपकर के प्रभाव को देखने का इंतजार कर रही है। साथ ही इस बात का भी इंतजार है कि उपकर कितनी उुंचा तक जा सकता है। वह यहां एएमजी परफार्मेन्स सेंटर के उद्घाटन के मौके पर यहां आये हुए थे।
फोल्गर ने कहा कि कंपनी न केवल अपने पुणे कारखाने में रोजगार के अवसर बढ़ाने को लेकर गंभीर है बल्कि डीलरशिप स्तर पर भी नौकरी बढ़ाने को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा, हम भारत में नई प्रौद्योगिकी भी लाने में सक्षम हैं। हमने यह साफ कर दिया है कि हम यह करने को उत्सुक हैं।