नई दिल्ली। सरकार ने प्याज का रिटेल भाव कम करने के लिए एक और कोशिश की है, प्याज के निर्यात पर लगने वाली न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त को और 20 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय की तरफ से जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक प्याज निर्यात पर लगने वाली 850 डॉलर प्रति टन न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त अब 20 जनवरी तक लागू रहेगी, पहले यह शर्त 31 दिसंबर तक लागू थी।
केंद्र सरकार ने 23 नवंबर को प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त लागू की थी लेकिन इसके बावजूद रिटेल मार्केट में प्याज की कीमतों में कमी नहीं आई है, देश की ज्यादातर रिटेल मंडियों में प्याज अब भी 50 रुपए प्रति किलो या इससे ऊपर बिक रहा है, नए साल के पहले दिन आज देश की राजधानी दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 53 रुपए, हरियाणा के हिसार में 50 रुपए, गुरुग्राम में 53 रुपए और उत्तराखंड के ज्यादातर शहरों में 50 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया। इसके अलावा कई और शहरों में भी प्याज का भाव इस स्तर पर है।
इस साल कीमतों में बढ़ोतरी की बड़ी वजह प्याज की आवक में आई गिरावट है, राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के मुताबिक बीते दिसंबर के दौरान देशभर की थोक प्याज मंडियों में करीब 7 लाख टन प्याज की आवक दर्ज की गई है जबकि 2016 के दिसंबर में करीब 9 लाख टन की आवक हुई थी। सरकार को उम्मीद है कि आने जनवरी अंत तक मंडियों में नए प्याज की आवक बढ़ जाएगी जिसके बाद कीमतों में कमी आ सकती है, शायद यही वजह है कि प्याज के निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त को 20 जनवरी तक ही बढ़ाया गया है।