नई दिल्ली। महीनों तक भारतीय उपक्रम में अपने सहयोगी विक्रम बख्शी से उलझे रहने के बाद संभावना है कि जल्द ही रेस्तरां कंपनी मैकडोनाल्ड्स (मैकडी) अपने उत्तर और पूर्वी भारत क्षेत्र के लिए एक लाइसेंसी पार्टनर की नियुक्त कर दे। इस साल अगस्त में मैकडी ने बख्शी के साथ अपने फ्रेंचाइजी समझौते को खत्म कर दिया था। इससे बख्शी के नेतृत्व वाली कनॉट प्लाजा रेंस्टोरेंट लिमिटेड द्वारा उत्तर और पूर्वी भारत में संचालित 430 रेस्तरां दुकानों में से 169 बंद हो गईं थीं।
मैकडी ने बख्शी पर समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने और भुगतान में हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए यह साझेदारी खत्म की थी। इसके बाद दोनों पक्ष कानूनी विवाद को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय समेत राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण और अन्य अदालतों में चले गए। बख्शी ने समझौता रद्द करने को चुनौती दी थी और अदालत से फैसला आने तक उन्हें रेस्तरां चलाने की अनुमति मिली थी। अदालत ने मैकडी को कनॉट प्लाजा में पूरी हिस्सेदारी बेचने का सुझाव दिया।
इससे आगे बढ़ते हुए मैकडी इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हम इस क्षेत्र के लिए एक सही विकासपरक लाइसेंस साझेदार ढूंढने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं, ताकि हम अपने कारोबार को बढ़ा सकें और मैकडोनाल्ड ब्रांड को दोबारा से स्थापित कर सकें।’’ सूत्रों ने बताया कि अमेरिका की इस कंपनी ने लाइसेंस साझेदार के लिए मानक तय कर लिए हैं और कुछ ही महीनों में नए नाम की घोषणा कर दी जाएगी।