नई दिल्ली। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिल गई है। शेयर बाजार को दी गई ताजा सूचना के मुताबिक, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने आईपीओ पेश करने के लिए मंजूरी लेने के लिए अगस्त में सेबी के समक्ष मसौदा दस्तावेज जमा किया था और उसे 13 दिसंबर को सेबी से टिप्पणी प्राप्त हुई है।
किसी भी कंपनी को आईपीओ, एफपीओ और राइट इश्यू लाने के लिए सेबी की ओर से सकारात्मक टिप्पणी की जरूरत होती है। दस्तावेज के मसौदे के मुताबिक सरकार इसके माध्यम से मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स में अपने 2.8 करोड़ शेयर बेचेगी।
मझगांव देश में समुद्री जहाज बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शामिल है। यह देश की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करती है। कंपनी को इससे पहले सेबी ने अगस्त 2018 में भी आईपीओ लाने के लिए हरी झंडी दे दी थी पर कंपनी उस समय बाजार में शेयर नहीं ला सकी थी।
इस इश्यू को येस सिक्यूरिटीज, आईडीएफसी सिक्यूरिटीज, एक्सिस कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल और एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेस द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है। यह आईपीओ सरकार के उस लक्ष्य का हिस्सा है, जिसमें उसने चालू वित्त वर्ष में चुनिंदा सार्वजनिक उपक्रमों में हिस्सेदारी बेचकर 1.05 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है।