नई दिल्ली। क्या गूगल अपने लोकप्रिय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रायड का नाम किसी भारतीय मिठाई पर रखेगी? गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से जब यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि वे इस पर तो अपनी मां से सुझाव मांगे। इसके अलावा गूगल नाम का फैसला करने के लिए। ऑनलाइन चुनाव भी करवा सकती है। कंपनी का सीईओ बनने के बाद पहली भारत यात्रा पर आए पिचाई यहां श्रीराम कालेज आफ कामर्स में एक कार्यक्रम में शामिल हुए।
लोगों ने एंड्रायड के लिए भारतीय नाम के सुझाव दिए
इस कार्यक्रम में भी एंड्रायड के लिए कुछ भारतीय नाम सुझाए गए जिनमें पेडा, नेयाप्पम, नानखटाई शामिल है। उल्लेखनीय है कि एंड्रायड ओएस के अब तक के संस्करणों के नाम डोनट, एकलेयर, जिंजरब्रेड, आइसक्रीम सेंडविच, जेली बीन, किटकैट व लालीपाप जैसी मिठाइयों के नाम पर रखे गए हैं। इसका नवीनतम संस्करण मार्शमैलो है।
मां से मिलूंगा तो सुझाव देने के लिए कहूंगा
यह पूछे जाने पर कि गूगल ने एंड्रायड के किसी संस्करण का नामकरण किसी भारतीय मिठाई पर क्यों नहीं किया, पिचाई ने कहा, जब मैं मेरी मां से मिलूंगा तो सुझाव देने के लिए कहूंगा। उन्होंने कहा कि गूगल एंड्रायड एन के नाम का फैसला करते वक्त ऑनलाइन चुनाव भी करवा सकती है। इसके साथ ही पिचाई ने कहा कि बचपन में उन्हें मिठाइयां पसंद नहीं थी। इस सत्र का संचालन क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने किया।
भारत में भी बन सकते हैं प्रोडक्ट: पिचाई
सर्च इंजिन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि एक मजबूत मोबाइल उपकरण बाजार और प्रौद्योगिकी में रूचि के चलते भारत में प्रोडक्ट का विकास कर उन्हें वैश्विक स्तर पर पेश किए जाने का अच्छा मौका है। भारतीय मूल के पिचाई ने इसके साथ ही भारतीय शिक्षण प्रणाली में रचनात्मकता व प्रयोग के जरिए प्रशिक्षण की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, हम अपने सभी प्रोडक्ट (भारत में) लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।