नई दिल्ली। मोदी सरकार को औद्योगिक उत्पादन और रिटेल मुद्रास्फीति के स्तर पर बड़ी राहत मिली है। एक ओर जहां सब्जी और दाल जैसी खाने-पीने की वस्तुओं के सस्ता होने से रिटेल मुद्रास्फीति मई में रिकॉर्ड 2.18% के निम्न स्तर पर आ गई, वहीं दूसरी ओर अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन बढ़कर 3.1 प्रतिशत रहा, जो इससे पहले मार्च में 2.7 प्रतिशत था।
मई में सब्जियों की कीमतें सालाना आधार पर 13.44 प्रतिशत नीचें रहीं। दाल-दलहनों के भाव एक साल पहले की तुलना में 19.45 प्रतिशत नीचे रहे। इस महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति के जोखिम का हवाला देते हुए प्रमुख नीतिग दर रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया था।
अप्रैल में बढ़ा औद्योगिक उत्पादन
अप्रैल माह में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) बढ़कर 3.1 प्रतिशत रहा। विनिर्माण गतिविधियों में तेजी आने से आईआईपी में यह बढ़ोतरी आई है। मार्च में यह आंकड़ा 2.7 प्रतिशत था। खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्र के लिए अप्रैल 2017 का सूचकांक क्रमश: 99.9, 117.9 और 150.6 रहा। इन क्षेत्रों की विकास दर क्रमश: 4.2 प्रतिशत, 2.6 प्रतिशत और 5.4 प्रतिशत रही।