नई दिल्ली। सरकार और अर्थव्यवस्था के लिए यह खबर झटका देने वाली है। मई में आठ बुनियादी उद्योगों (कोर सेक्टर) की वृद्धि दर घटकर 2.8 फीसदी रही है। पिछले साल समान महीने में यह दर 4.4 फीसदी थी। देश के कुल इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में कोर सेक्टर की हिस्सेदारी करीब 38 फीसदी है। महीने दर महीने आधार पर मई में कोर इंडस्ट्री की ग्रोथ घटी है। अप्रैल में कोर इंडस्ट्री की ग्रोथ बढ़कर 8.5 फीसदी पर पहुंच गई थी।
बिजली के उत्पादन में गिरावट आई है। महीने दर महीने आधार पर मई में बिजली उत्पादन 14.7 फीसदी से घटकर 4.6 फीसदी रहा है। महीने दर महीने आधार पर मई में स्टील का उत्पादन 6.1 फीसदी से घटकर 3.2 फीसदी रहा है। मई में सीमेंट का उत्पादन भी महीने दर महीने आधार पर 4.4 फीसदी से घटकर 2.4 फीसदी रहा है। हालांकि कोयला उत्पादन की ग्रोथ बढ़ गई है। महीने दर महीने आधार पर मई में कोयले का उत्पादन -0.9 फीसदी से बढ़कर 5.5 फीसदी रहा है। महीने दर महीने आधार पर मई में फर्टिलाइजर्स का उत्पादन भी 7.8 फीसदी से बढ़कर 14.8 फीसदी रहा है।
महीने दर महीने आधार पर मई में कच्चे तेल का उत्पादन -2.3 फीसदी से घटकर -3.3 फीसदी रहा है। महीने दर महीने आधार पर मई में नैचुरल गैस का उत्पादन -6.8 फीसदी से घटकर -6.9 फीसदी रहा है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में रिफाइनरी प्रोडक्ट्स का उत्पादन 17.9 फीसदी से घटकर 1.2 फीसदी रहा है।
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