नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) का वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही का शुद्ध मुनाफा 15.8 प्रतिशत बढ़कर 1,709 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1,476 करोड़ रुपए था। चौथी तिमाही में मारुति सुजुकी की बिक्री 20 फीसदी बढ़कर 16,958.4 करोड़ रुपए रही।
मारुति सुजुकी ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 5 रुपए मूल्य अंकित वाले शेयर पर 75 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देने की घोषणा की है। वित्त वर्ष 2015-16 में कंपनी ने प्रति शेयर 35 रुपए का डिविडेंड दिया था। ब्रेजा एसयूवी और बलेनो हैचबैक जैसे प्रीमियम मॉडल की बिक्री में इजाफा होने से कंपनी का लाभ बढ़ा है। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,709 करोड़ (26.664 करोड़ डॉलर) रहा है, जो इससे पहले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,476 करोड़ रुपए था।
हालांकि विश्लेषकों के औसत अनुमान से कंपनी का मुनाफा थोड़ा कम रहा है। थॉमसन रॉयटर्स डाटा के मुताबिक विश्लेषकों का अनुमान था कि कंपनी को चौथी तिमाही में 1756 करोड़ रुपए का मुनाफा होगा। मारुति के ऑपरेशन से कुल इनकम, जिसके अधिकांश हिस्से पर जापान की सुजुकी मोटर कॉर्प का अधिकार है, 20.4 प्रतिशक की बढ़ोतरी के साथ 20,751 करोड़ रुपए रही। जनवरी-मार्च 2017 तिमाही में कंपनी ने कुल 414,439 यात्री वाहनों की बिक्री की, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से पूरा 15 प्रतिशत अधिक है। कुल बिक्री में 31,771 वाहनों का निर्यात किया गया।
वित्त वर्ष् 2016-17 के लिए मारुति सुजुकी का शुद्ध मुनाफा 36.78 फीसदी बढ़कर 7,337.70 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2015-16 में 5,364.30 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2016-17 में मारुति सुजुकी ने 15 लाख से अधिक वाहनों की बिक्री की, जिसमें से 1,24,062 का निर्यात किया गया।